25 साल से पश्चिमी यूपी में कर रहा आर्म्स सप्लाई, गाजियाबाद पुलिस ने IGI एयरपोर्ट से दबोचा

 

 

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े हथियार सप्लायर जहीरुद्दीन को यूपी की गाजियाबाद पुलिस ने IGI एयरपोर्ट दिल्ली से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। वह दुबई भागने की फिराक में था। जानकारी लगते ही पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कराया। जैसे ही जहीरुद्दीन दुबई की फ्लाइट पकड़ने पहुंचा, उसको वहां धर दबोचा गया। आरोपी को पुलिस गाजियाबाद लेकर आ गई है, जहां उससे पूछताछ जारी है। उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है।

 

हथियार सप्लाई के केस में डेढ़ साल से था वांटेड
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकि ने बताया कि 53 साल का जहीरुद्दीन मूल रूप से मेरठ में थाना कोतवाली क्षेत्र स्थित सराय बहलीन का रहने वाला है। हथियार सप्लाई के एक केस में जहीरुद्दीन पिछले डेढ़ साल से फरार था। मेरठ और गाजियाबाद पुलिस को उसकी तलाश थी। गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच को खबर मिली कि जहीरुद्दीन आज भारत छोड़कर दुबई भागने की फिराक में है। क्राइम ब्रांच टीम ने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचकर उसको फ्लाइट में चढ़ने से पहले ही धर दबोचा।

 

पहले कपड़े की गठरी में छिपाकर करता था स्मगलिंग, फिर खुद की हथियार फैक्ट्री लगाई
पूछताछ में जहीरुद्दीन ने बताया, वह अनपढ़ है। हथियार सप्लाई से पहले वह बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, दिल्ली समेत कई राज्यों में फेरी लगाकर कपड़े बेचता था। इस दौरान बिहार के मुंगेर में सादुल्ला नामक व्यक्ति से मुलाकात हुई। सादुल्ला हथियार बनाने और बेचने का काम करता है। सादुल्ला के संपर्क में आकर जहीरुद्दीन ने कपड़े की गठरी में छिपाकर हथियारों की तस्करी शुरू कर दी। शुरुआत में वह दो-तीन पिस्टल मुंगेर से मेरठ ले आता था। एक पिस्टल पर उसे 10 से 15 हजार रुपए की बचत हो जाती थी। इस धंधे में उसको अच्छा फायदा दिखने लगा।

 

इसके बाद जहीरुद्दीन ने गाजियाबाद के मुरादनगर इलाके में प्लॉट खरीदकर अवैध हथियार बनाने की एक फैक्ट्री खोल ली। वह मुंगेर से पिस्टल की बॉडी और स्लाइड मंगवाता था और उसको असेंबल अपनी फैक्ट्री में करता था। अच्छा पैसा कमाने पर जहीरुद्दीन ने मुरादनगर क्षेत्र में ही एक और फैक्ट्री खोल ली। हालांकि पिछले दिनों दोनों फैक्ट्रियों पर पुलिस ने छापा मार दिया था, जिसके बाद जहीरुद्दीन फरार हो गया था।

 

कई जगह चल रही हैं आर्म्स फैक्ट्रियां
जहीरुद्दीन ने पूछताछ में कुबूला कि करीब 22 साल तक उसने मुंगेर से हथियार लाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बेचने का काम किया। तीन साल पहले उसने मेरठ के नौचंदी, कोतवाली, लिसाड़ी गेट, गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियां खोल ली थीं। मेरठ में लगातार कार्रवाई होने के बाद वह गाजियाबाद में शिफ्ट हो गया। मुरादनगर में उसने पहले दो प्लॉट खरीदे। फिर उनके ऊपर मकान बनाए। मकान के नीचे बेसमेंट बनाकर उनमें हथियार बनाने की फैक्ट्रियां चलाई जा रही थीं। पुलिस ने बताया कि जहीरुद्दीन ने कई ठिकाने बताए हैं, उन पर जल्द छापामार कार्रवाई की जाएगी।

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