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मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ बुन्देलखण्ड में ख़ुद करेंगे प्रवास देखेंगे पेयजल परियोजना का विकास
लखनऊ वर्ष 2024 तक उत्तर प्रदेश के हर घर में नल से जल पहुंचाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने कमर कस ली है। नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आादित्यनाथ ने कहा कि जल जीवन मिशन के इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पेयजल परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा करने के लिए जल्द ही वह खुद बुंदेलखंड में प्रवास करेंगे।
लोकभवन में बुधवार को आयोजित बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं को तय समय में पूरा किया जाए। बुंदेलखंड के लिए अपना प्रवास तय करते हुए निर्देश दिया कि जल शक्ति मंत्री, विभाग के राज्य मंत्री, अधिकारी और जल निगम के वरिष्ठ अभियंता इस सप्ताह से बुंदेलखंड क्षेत्र और विंध्य क्षेत्र में चल रही पेयजल परियोजनाओं की भौतिक समीक्षा करें।उन्होंने कहा कि ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, नगर विकास विभाग और ग्राम्य विकास विभाग के साथ समन्वय बनाकर पेयजल और स्वच्छता संबंधी काम करें। गर्मी के मौसम में लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जलापूर्ति की नियमित आनलाइन निगरानी की जाए। सभी परिषदीय विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं की जिलेवार प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि पेयजल आपूर्ति, जल प्रबंधन और जल संरक्षण के कार्याें की मंडल व जिला स्तर पर नियमित समीक्षा की जाए। जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना द्वारा लोगों के घरों में पाइप द्वारा शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है। यह बदलते उत्तर प्रदेश की बेहतर तस्वीर है। निर्धारित समय में अधिक से अधिक घरों में जल कनेक्शन के काम को पूरा किया जाए।
उन्होंने जल प्रबंधन एवं संरक्षण के लिए जागरुकता कार्यक्रमों पर जोर देते हुए कहा कि विशेष रूप से दिमागी बुखार, आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में प्रशिक्षण और जागरुकता के कार्यक्रम चलाए जाएं। ग्राम पंचायत स्तर पर गठित जल समिति को सक्रिय करते हुए जलापूर्ति के लिए ग्राम पंचायतों की जवाबदेही तय की जाए।