जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत खागा थाना में पूरी तरीके चरितार्थ होती नजर आ रही है / न्यूज वाणी खागा संवाददाता सागर सोनी / मोबाइल नंबर- 91-6390322164

फतेहपुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने अपना एक बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त प्रदेश बनाना है अपराध मुक्त प्रदेश बनाने में पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से लेकर थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी अपनी ड्यूटी पूर्णता ईमानदारी के साथ करेंगे व आने वाले फरियादियों की शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जाएगा उन्होंने कहा कि कर्मचारी तथा अधिकारी अपना रवैया सुधार लें यदि किसी की भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत मिली तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी उनका यह बड़ा बयान भले ही अन्य जनपदों में लागू हो रहा है किंतु जनपद फतेहपुर के खागा थाना में तैनात खागा थाना प्रभारी का एक लाल वही है थाने का सबसे बड़ा दलाल जो चालक पद पर तैनात है उसने तो मानो भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में महारत हासिल कर रखी हो फिर चाहे वह ओवरलोड वाहनों से वसूली का मामला हो या फिर खागा थाना क्षेत्र के अंतर्गत घटित होने वाली घटनाओं के अभियुक्तों से वसूली करने का मामला हो इस वर्दीधारी लाल ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में अपनी पूरी सहभागिता निभाता है वहीं विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खागा थाना प्रभारी का यह वाहन चालक वर्दीधारी रूप में मानो डकैत हो फिर चाहे अपराधियों से सेटिंग का मामला हो या फिर थाना परिसर के सिपाहियों को इधर से उधर करने का मामला वर्दीधारी वाहन चालक भ्रष्टाचार में पूरी तरह सम्मिलित है और प्रभारी निरीक्षक का भी पूर्णता आशीर्वाद प्राप्त है वही खागा थाने में आने वाले फरियादियों से सेटिंग करके रकम खुद तय करता है और उच्च अधिकारियों तक माल भी खुद ही पहुंचाता है फिर चाहे अपराधियों को छोड़ने का मामला हो या फिर किसी निर्दोष को फसाने का मामला इस वर्दीधारी से सेटिंग करने के बाद खागा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नशीले पदार्थ व पशु तस्करी करने वालों से भी महीनवारी के रूप में मोटी रकम वसूलने का काम करता है खागा थाना में आने वाले फरियादी थाना प्रभारी से अपनी फरियाद नहीं कह पाते जब तक इस वर्दीधारी से फरियादी की मुलाकात नहीं हो जाएगी तब तक खागा थाने में फरियादी की शिकायत का समाधान भी नहीं हो सकता क्योंकि जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत यहां पूरी तरीके से चरितार्थ होती नजर आती है वही विश्व सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कहने को तो यह वर्दीधारी वाहन चालक है परंतु यदि वर्दीधारी की संपत्ति की जांच कराई जाए तो शायद जनपद के उच्च अधिकारी भी फेल हो जाएंगे जितनी संपत्ति इस वाहन चालक के पास है शायद है कि जनपद के उच्च अधिकारियों के पास होगी परंतु योगी सरकार की नजर से यह वर्दीधारी वाहन चालक अभी दूर है परंतु यदि निष्पक्ष होगी जांच तो भ्रष्टाचार का निकल कर आएगा महाजिन आखिरकार एक वर्दीधारी के पास इतनी संपत्ति कैसे एकत्र हुई

 

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