23 साल के एक बीएड स्टूडेंट ने पहले ब्लेड से खुद का गला काट दिया। इसके बाद कुंड कुंड में कूदकर जान दे दी। जब लोगों ने शव को पानी में तैरता दिखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। बीएड स्टूडेंट के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला। इस सुसाइड नोट में लिखा था कि वह रोक-टोक से परेशान था। पेपर का भी टेंशन था। इसमें लिखा कि मां-पापा सॉरी मैं आपके सपने को पूरा नहीं कर सका। इधर, घरवालों का कहना है कि वे अब भी समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर सुसाइड क्यों किया।
मामला, कामां कस्बे में शुक्रवार शाम का है। बच्चे के मामा राकेश खंडेलवाल ने बताया कि उनका भांजा मयंक खंडेलवाल पढ़ाई में होशियार था। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे वह अपने पिता की सब्जी की दुकान पर गया था। दोपहर तक उनके साथ ही था। पिता जब घर आ गए तो उसने यह सुसाइड नोट लिखा। पिता के दुकान पर आने के बाद वह घर जाने का कहकर निकला था। वह सीधा विमल कुंड पहुंचा। यहां ब्लेड से अपना गला काटा और कुंड में कूदकर जान दे दी।
क्या कहना चाहता था मयंक परिजन भी नहीं समझ पा रहे हैं
जैसे ही मयंक के परिजनों को घटना की सूचना मिली तभी वह तुरंत विमल कुंड पहुंचे वहां परिजनों ने सुसाइड नोट भी पढ़ा, लेकिन मयंक के परिजनों का कहना है कि वह समझ नहीं पा रहे हैं कि मयंक क्या कहना चाहता था। वह किस सपने के पूरे नहीं होने की बात कह रहा था। जबकि मयंक के मामा ने बताया कि मयंक के पिता भगवान दास और उसकी मां ने कभी उससे पढ़ाई को लेकर कुछ नहीं कहा। मामा ने बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ सरकारी नौकरी की कोशिश कर रहा था। सरकारी नौकरी की चाहे कहीं भी जगह निकलती वह फॉर्म भरता, लेकिन वह सिलेक्ट नहीं हो पाया।
सुसाइड नोट में यह लिखा
‘सच बताऊं तो मैं खुद से भी बहुत परेशान हो चुका हूं। आप लोगों को भी बहुत परेशान कर चुका हूं, मेरे ख्याब शायद मेरी पहुंच से बहुत दूर थे। और, मम्मी सच बताऊं तो मैं आपकी रोक-टोक से बहुत परेशान था। इसलिए किसी से बात करने का मन नहीं करता था मेरा। इतने दिनों से में आपसे या सन्नी से बात नहीं कर रहा था। उसका कारण रोक-टोक और पेपर का टेंशन था, जो 23 तारीख को आ रहा था। कोई कारण नहीं था। आप जो बोल रही थीं पूरा-पूरा दिन बात करता है, और ईर्वनिंग में बात करने जाता था वह सब गलत था। अब मेरा मन खुद से भी बहुत मर गया है। SO SORRY में आपके सपनों को पूरा नहीं कर पाया मुझे माफ़ कर देना।
हाथ जोड़कर विनती है कि मेरे बारे में कोई जांच पड़ताल मत करना, और न ही अपने ऊपर या किसी ओर के ऊपर कोई आरोप लगाना। सन्नी मेरे जाने के बाद अब तुझे ही मम्मी पापा का ध्यान रखना है। अच्छे से ख्याल रखना।
और प्लीज मेरी तरह इन्हें बिल्कुल परेशान नहीं करना।