क्षेत्र में बढ़ते खामोश अपराधो को पुलिस दे रही बढ़ावा।
उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले मेें ड्रग्स,जुआँ,सट्टा और कच्ची शराब के अबैध निर्माण के रूप खामोश अपराधो को स्थानीय स्तर पर पुलिस बढ़ावा दे रही है!
ईमानदार और सख्त पुलिस अधिक्षक की आँख में धूल झोक कर हाईवे स्थित अबैध धन बसूली से लेकर नगर की सकरी गलियों में कच्ची शराब का निर्माण, जुआंरियों के लगते फड़ो व डग्गामार वाहनो से ड्रग्स का कारोबार क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है!
सूत्रो की माने तो जिले की तहसील तिलहर मुख्यालय सहित मीरानपुर कटरा, जलालाबाद,खुदागंज आदि क्षेत्रो में जहाँ नगर की सकरी गलियों में कानो से मोबाईल लगे सट्टा के नम्बर की गूंज के साथ फड़ लगा कर जुआंरी सरेराह जुंआ खेलते नज़र आ रहे हैं,तो वहीं डग्गामार वाहन पुलिस सरंक्षण में जिले से बाहर खुलेआम ड्रग्स सप्लाई कारोबार कर क्षेत्र में अपराध बढ़ाने में अपनी भुमिका निभा रहे हैं!
सूत्र बताते हैं कि हाईवे स्थित पुलिस चौकियों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के प्रायवेट गुर्गो द्वारा लॉग रूट पर ही चलने बाले वाहन नही बल्कि फतेहगंज से बरेली मोड़ व लखीमपुर, सीतापुर से दिल्ली तक को चलने बाली प्रायवेट बसो से धन उगाही का कारोबार चल रहा है! उक्त वाहन पुलिस की अबैध धन बसूली के दम पर जहाँ गौमास तक ढ़ोने से नही चूक रहे हैं तो वहीं बड़े पैमाने पर जुआँरियों को भी एक जिले से दूसरे के लिए पूरी मदद करते नज़र आते हैं और साथ ही चन्द काग़ज़ के टिकड़ो के लिए ड्रग्स सप्लाई में अपनी अहम तक निभाने से गुरेज़ नही करते!
बिगड़ती छवि के चर्चित बाजार को संभालने व ईमानदार अधिकारी से अपनी पीठ थपथपाई के लिए हांलाकि जुआँरियों व कच्ची शराब निर्माण के नाम पर क्षेत्र के बेगुनाहो को जेल भेज कर क्षेत्रिय पुलिस अपना पल्ला झाड़ रही है जबकि असल जुआँरियों को छूते ही क्षेत्र के सफेदपोशो के फोन पर मोटी सौदेबाजी के साथ उन्हे छोड़ दिया जा रहा है और उनके बदले बेगुनाहो को जेल का रास्ता देखना पड़ रहा है!
स्थानीय स्तर पर पुलिस विभाग की कार्यशैली जिले के ईमानदार पुलिस अधिक्षक डॉ० एस एस चनप्पा की आँखो में धूल झोक कर विभाग को दागदार बनाने का काम कर रही है! जहाँ एक ओर बेगुनाह सहित आम आदमी पुलिस के खौफ से दूर भाग रहा है तो वहीं बेखौफ अपराधी क्षेत्र में खुलेआम खामोश अपराध का कारोबार कर रहे हैं!