करीब 300 लोगों को ले जाया गया था। इतना ही नहीं चार्जशीट में ये भी लिखा है कि पथराव और दंगा करने यहां से लोग गए थे। दिल्ली पुलिस अब इन तमाम चीजों को ध्यान में रखते हुए जहांगीर पुलिस हिंसा की जांच की जा रही थी।
दूसरी तरफ जहांगीरपुरी हिंसा की जांच भले ही अपराध शाखा को सौंप दी गई हो, मगर स्थानीय थाना पुलिस भी लगातार दबिश दे रही है। दंगों में दो बड़े बदमाश अंसार और असलम के अलावा अब तक 21 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
दो नाबालिग को भी पकड़ा गया है। जांच में ये बात सामने आई है कि असलम को फायरिंग करने के लिए इलाके के एक बदमाश गुल्ली ने भड़काया था। अपराध शाखा व स्थानीय थाना पुलिस गुल्ली को पकडने के लिए धरपकड़ कर रही है।
प्रयास के हत्या में हुआ गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार अली पुत्र जसीमुद्दीन का पार्किंग को लेकर झगड़ा हुआ था। वह इलाके में ही पार्किंग चलाता है और इसी झगड़े में उसने आकाश उर्फ अक्कू और उसके दोस्तों पर पत्थर फेंके थे। जवाब में दूसरे पक्ष ने भी पत्थर फेंके थे।
पुलिस के अनुसार अली पुत्र जसीमुद्दीन का पार्किंग को लेकर झगड़ा हुआ था। वह इलाके में ही पार्किंग चलाता है और इसी झगड़े में उसने आकाश उर्फ अक्कू और उसके दोस्तों पर पत्थर फेंके थे। जवाब में दूसरे पक्ष ने भी पत्थर फेंके थे।
अली ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गोली चलाई, जो शहजाद नाम के एक व्यक्ति के सिर में लगी थी। इस मामले में पुलिस ने जनवरी महीने में ही अली के खिलाफ हत्या के प्रयास व अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी और उसे गिरफ्तार भी किया गया था।