रेप का विरोध कर रही छात्राओं से पूछा राजनीति करने आती हो या पढ़ने

 

घूसखोरी के आरोप में एसीबी ट्रैप हुए विभागीय जांच आयुक्त नन्नूमल पहाड़िया अलवर कलेक्टर रहते खूब विवादों में रहे। अलवर में मूकबधीर बालिका से रेप मामले के बाद तत्कालीन कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया चर्चा में आए थे। विवादित फैसलों की वजह से कई बार सियासी विवाद के साथ सवाल उठ चुके हैं। पहाड़िया के खिलाफ एसीबी तक कई शिकायतें पहुंची थीं। पहाड़िया 29 नवंबर 2020 से 13 अप्रैल 2022 तक अलवर कलेक्टर रहे। घूसखोरी मामले में पकड़े जाने के बाद पहाड़िया को जल्द सस्पेंड किया जा सकता है अलवर में मूकबधिर लड़की से रेप और छात्राओं से छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ विरोध जताने पहुंची छात्राओं को कलेक्टर रहते पहाड़िया ने धमकाया था। छात्राओं को धकमकाने का वीडियो सामने आया था, इसके बाद देश भर में नन्नूमल पहाड़िया की खूब आलोचना हुई। बीजेपी ने अलवर कलेक्टर से पहाड़िया को हटाने की मांग की थी। इस घटना के बाद से वे लगातार विवादों में रहे। छात्राओं से कहा था- पढ़ने आती हो या राजनीति करने छेड़छाड़ की घटनाओं का विरोध करने पहुंची छात्राओं को नन्नूमल पहाड़िया ने फटकारते हुए कहा था कि यहां राजनीति करने आती हो या पढ़ने। राजगढ़ की छात्रा मंजू मीणा से कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने कहा कि आपके पापा का फोन नंबर दो। इसके बाद कलेक्टर ने वहां खड़ी एडीएम सुनीता पंकज से कहा कि छात्रा के पिता से फोन पर बात करो। पूछो कि उनकी बेटी पढ़ने आई है या राजनीति करने और भी जो बच्चियां आई हैं, उनके पापा से भी बात करो/ छेड़छाड़ का विरोध करने आई छात्राओं को धमकाने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर कलेक्टर की भूमिका पर सवाल उठे। इसके विरोध में अलवर कलेक्टर के सरकारी निवास के बाहर राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फोन नंबर लिखे हुए पोस्टर चिपका दिए थे। इसका लगातार विरोध किया था। पहाड़िया सोशल मीडिया पर भी खूब ट्रोल हुए थे। विपक्ष ने पहाड़िया के खिलाफ लगातार आवाज उठाई, विधानसभा में भी खूब सवाल उठे थे।

प​हाड़िया के खिलाफ शिकायतों का अंबार
एसीबी ट्रैप हुए नन्नूमल पहाड़िया के खिलाफ अलवर कलेक्टर रहने के समय की कई शिकायतें सरकार और एसीबी के पास आई हैं। पहाड़िया का अलवर से पुराना कनेक्शन है। यहां 2007 बैच के प्रमोटी आईएएस पहाड़िया का रसूख रहा है। पहाड़िया ने 1989 में राजस्थान सिविल सर्विसेज जॉइन की थी। पहाड़िया जुलाई 2020 में रिटायर होने वाले थे। वे सस्पेंड होते हैं तो पेंशन सहित रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले तमाम फायदे होल्ड कर दिए जाएंगे।

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