राज्य में स्पेशल टीम भेजने की रखी मांग, महाराष्ट्र के हालात पर गृह सचिव से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल

महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर विवाद थमता नहीं दिख रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्षी नेताओं के बीच लगातार जुबानी जंग जारी है। मामले को अधिक तुल पकड़ता देख अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में जहां सभी दल के नेताओं को भाग लेने के लिए कहा गया है वहीं मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इसमें शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है। हालांकि मनसे की तरफ से संदीप देशपांडे, बाला नंदगांवकर और नितिन सरदेसाई इस सर्वदलीय मीटिंग में शामिल होंगे। बता दें कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने प्रदेश सरकार से मांग की थी कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाएं, अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे खुद  लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर देंगे। इसके बद राज ठाकरे ने एक और बयान देते हुए कहा था कि लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर देंगे। वहीं भाजपा नेता किरीट सोमैया पर हमले का मामला अब दिल्ली पहुंच चुका है। इस मामले में अब भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली जाकर गृह सचिव से मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर ज्ञापन सौंपा है साथ ही किरीट सोमैया मामले को भी उठाया। प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व कर रहे किरीय सोमैया ने गृह सचिव से महाराष्ट्र के हालात का जायजा लेने के लिए स्पेशल टीम भेजने की मांग की है। बता दें कि सोमैया शनिवार को गिरफ्तार निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा से मिलने खार पुलिस स्टेशन गए थे उसी दौरान उनपर कथित रूप से हमला हुआ था।उद्धव ठाकरे निवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए अड़ीं निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की रात जेल में कटी। जेल जाने से पहले दोनों की कोरोना जांच की गई। बता दें कि मुंबई पुलिस ने निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को यहां भायखला महिला जेल में स्थानांतरित कर दिया जबकि उनके विधायक पति रवि राणा को कड़ी सुरक्षा के बीच पड़ोसी नवी मुंबई की तलोजा जेल ले जाया गया। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। राणा दंपति पर आईपीसी की धारा 15A और 353 के साथ-साथ बॉम्बे पुलिस एक्ट की धारा 135 के तहत FIR दर्ज है। और सबसे बड़ी धारा 124A यानी राजद्रोह की धारा लगाई गई है शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि ये महाराष्ट्र की बदनामी का षडयंत्र है, अगर आपकी कोई समस्या है तो आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री से मीलिए। उत्तर प्रदेश में 3 महीने में 17 दुष्कर्म और हत्याएं हुईं तो वहां राष्ट्रपति शासन लगाएंगे क्या?

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