17 साल की लड़की ने नस काटकर लगाया फंदा

जयपुर में 17 साल की लड़की ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। फंदा लगाने से पहले उसने हाथ की नस भी काटी थी। रविवार को भांकरोटा थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं, मौके पर नाबालिग का एक सुसाइड नोट मिला था। इसमें उसने लिखा है- मैडम ने पूरे स्कूल में मेरी बेइज्जती कर रखी है। इसलिए ऐसा कदम उठाया।  भांकरोटा थाने में भगवाना राम सुथार (48) ने बेटी का सुसाइड नोट देते हुए स्कूल टीचर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। परिवार बिंदायका के बजरंग वाटिका में रहता है। उसकी 17 साल की बेटी संगीता ने सुसाइड कर लिया। वह बिंदायका के लकी पब्लिक स्कूल में 11वीं क्लास में पढ़ती थी। शनिवार दोपहर को संगीता घर पर अकेली थी। उसकी मां दूध लेने गई थी। मां वापस लौटी तो कमरा अंदर से बंद था। गेट तोड़कर अंदर गए तो संगीता फंदे से लटकी मिली। उसके पास एक सुसाइड नोट भी मिला था। रिपोर्ट में बताया कि उसने अपनी हैंड राइटिंग में सुसाइड नोट लिखा। सुसाइड के लिए उसने अपने स्कूल की मैडम मीरा को जिम्मेदार बताया। लिखा, ‘मैने सब काम छोड़ दिए फिर भी पूरे स्कूल में मेरी बेइज्जती कर रखी है।’ मामले की जांच एसएचओ एसआई छगन लाल डांगी कर रहे हैं। भगवाना राम सुथार का कहना है कि मेरी नाबालिग बेटी को मीरा मैडम ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया है। उसे परेशान किया, जिस वजह से बेटी इतना प्रेशर नहीं सह सकी। मजबूरन उसे यह कदम उठाना पड़ा। उसकी लाज-लज्जा के बारे में पूरी स्कूल में टिप्पणी की जाती थी। इस वजह से मेरी बेटी ने उस दबाव में आकर मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर सुसाइड का कदम उठाया। बेटी को इंसाफ दिलाया जाए। उसे उकसाने, डराने और धमकाने वालों पर कार्रवाई करें। उधर जब आरोपी टीचर मीरा से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनके पति डॉ. सत्यनारायण यादव ने फोन उठाया। उन्होंने कहा कि बच्ची पिछले सात-आठ सालों से स्कूल में पढ़ रही थी। उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसके बारे में कुछ कह नहीं सकते? मामले की जांच की जा रही है, दोषी होंगे तो सजा मिल जाएगी।

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