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यूपी एसटीएफ एनटीईपी कोर कमेटी की बैठक विश्व के कुल टीबी मरीजों का पॉचवा हिस्सा भारत में- कुलपति
ब्यूरो संजीव शर्मा
इटावा सैफई उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा एनटीईपी (नेशनल ट्यूबरकुलोशिस एलिमिनेशन प्रोग्राम) के कोर कमिटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने की। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव, विभागाध्यक्ष रेस्पीरेटरी मेडिसिन एवं वाइस चेयरमैन यूपी एसटीएफ, एनटीईपी प्रो0 (डा0) आदेश कुमार डीटीओ, इटावा डा0 शिवचरन आदि उपस्थित रहे। बैठक में डीटीओ, डब्लूएचओ, एनटीईपी तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष तथा चिकित्सा अधिकारी आदि ने भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि लम्बे समय से देश में टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है। इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि विश्व के कुल टीबी मरीजों का पॉचवा हिस्सा भारत में निवास करता है। केन्द्र सरकार का लक्ष्य है कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर चलाया जाये जिससे 2025 तक ट्यूबरकुलोशिस को देश से जड से समाप्त किया जा सके। वहीं डब्लूएचओ ने 2030 तक इसे पूरी दूुनिया से समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
विभागाध्यक्ष रेस्पीरेटरी मेडिसिन एवं वाइस चेयरमैन यूपी एसटीएफ, एनटीईपी प्रो0 (डा0) आदेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यायलय में टीबी के उन्मूलन के लिए सामान्य एवं बिगड़ी हुई टीबी के इलाज की सभी सुविधायें उपलब्ध हैं। उन्होंने टीबी के मरीजों को सलाह दी की टीबी की दवा से होने वाली कुछ सामान्य परेशानियों और साइड इफेक्ट के कारण टीबी की दवा को कतई बीच में न छोडें। उन्होंने यह भी बताया कि नई गाइडलाइन के अनुसार हर कोविड-19 के मरीज की टीबी जॉच अनिवार्य रूप से की जायेगी साथ ही हर टीबी के मरीज की कोविड-19 एवं अन्य जरूरी जॉचें जिसमें डायबिटिज तथा एचआईवी की जायेगी।