नशे की गिरफ्त में आकर युवा पीढ़ी का भविष्य हो रहा अंधकारमय – ज्वालागंज क्षेत्र में शाम होते ही नशेबाजों का लगता जमावड़ा – प्रशासन की नाक के नीचे गांजा व स्मैक की धड़ल्ले से बिक्री जारी

फतेहपुर। केंद्र व प्रदेश सरकारों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा नशा मुक्त समाज बनाने व लोगों से नशे की लत से छुटकारा दिलाने के लिए तमाम तरह के जागरूकता अभियान व प्रचार कार्यक्रम चलाए जाते हैं लेकिन समाज को नशा मुक्त करना तो दूर की बात है, समाज के युवा तेजी से नशे के लती होते जा रहे है। जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो रहा है। पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा ध्यान न देने के कारण युवाओं को नशे की सामग्रियां आसानी से उपलब्ध हो रही है। जिससे नशेबाजों की संख्या में दिनों दिन इजाफा हो रहा है। शहर के सरकारी भांग के ठेकों पर गांजा धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। शायद ही ऐसा कोई भी भांग का ठेका इससे अछूता हो जहाँ भांग की आड़ लेकर गांजा न बेचा जा रहा हो। गांजे व शराब की लत से सबसे अधिक चपेट में आने वालों में वैसे तो सभी आयु के लोग हैं मगर चिंता का विषय सबसे अधिक युवा वर्ग का इस नशे की चपेट में आना है।
शहर के ज्वालागंज चौराहा व रामलीला मैदान के आस-पास शाम होते ही नशे की लत को पूरी करने के लिए युवाओं की टोली मंडराने लगती है। शहर के ज्वालागंज, पीरनपुर में प्रशासान की नाक के नीचे धड़ल्ले से स्मैक की धुंआधार बिक्री जारी है। जहाँ किसी भी आयु के खरीदार को बिना किसी झिझक व बिना पुलिस के डर के संचालकों द्वारा स्मैंक की बिक्री की जाती है। युवाओं का इस क्षेत्र में इकट्ठा होने की यह भी एक बड़ी वजह है। चौराहों के आस-पास पान की दुकानों में नशे की लत को पूरी करने में जरूरत पड़ने वाले सभी सामान आसानी से मिल जाती है। जहाँ शराब के शौकीनों के लिए चखना, कोल्ड्रिंक, पानी की बोतल, सोडा व पीने के लिए गिलास भी उपलब्ध हैं वही गांजे के शौकीनों के लिए सिगरेट व सिगरेट पेपर भी आसानी से मिल जाएगा। भीड़भाड़ वाली जगह होने व पुलिस बल के बैठने की जगह होने के बाद भी नशेबाजों की पहली पसंद ज्वालागंज चौराहा, रामलीला मैदान व उसके आस पड़ोस के क्षेत्र हैं। नशेबाजों द्वारा शिक्षा मंदिर कहे जाने वाले महाविद्यालयों एवं विद्यायल को नशे के अड्डों में तब्दील कर दिया गया है। शांतीनगर स्थित कई विद्यालय एवं महाविद्यालय में शाम होते ही नशेबाज अपने नशे की लत को पूरी करने के लिए इकट्ठे होते हैं। पिछले दिनों पुलिस द्वारा कई बार गांजा तस्करों को गिरफ्तार करने के साथ ही उनके कब्जे से गांजे की बड़ी खेप बरामद किया गया था। नशे के सामानों के आसानी से सुलभ होने के कारण स्कूल कालेज जाने वाले युवा नशे की चपेट में आ जाते है और माँ बाप की उम्मीदों को पूरा करने वाले युवा धीरे धीरे नशे की लती होकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे है।

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