हाल में ही वेस्ट बंगाल में हाई स्कूल के एक स्टूडेंट्स ने आंसर शीट पर फिल्मी डायलॉग पुष्पा राज, अपुन लिखेगा नहीं लिखकर कॉपी जमा कर दी। अब गोरखपुर में यूपी बोर्ड की कॉपियों की चेकिंग शुरू हुई तो यहां भी कॉपियों में छात्रों के अजब-गजब कारनामें सामने आने लगे। यहां पर एक सेंटर पर मैथ्स की कई ऐसी आंसर शीट मिली हैं, जिनके 16 पन्नो पर प्रश्न पत्र के सारे सवाल हुबहू लिख दिए गए हैं।
कई कॉपियों से निकले नोट
गोरखपुर में इवैल्यूशन के लिए बनाए गए एक सेंटर से आंसर शीट में नोट मिल रहे हैं। नाम ना छापने की शर्त पर टीचर ने बताया कि कॉपियों पर नोट के साथ ये भी लिखा है कि प्लीज सर मुझे पास कर दीजिए आजीवन ऐसे ही सेवा करता रहूंगा। तो किसी ने लिखा है कि सर, बेहद गरीब परिवार का बेटा हूं, इसलिए कृपा करके मुझे पास कर दीजिएगा। सवा तीन घंटे में नहीं भर पाए कॉपी दरअसल, गोरखपुर में इन दिनों 5 सेंटर पर कॉपियों का इवैल्यूशन हो रहा है। कॉपी चेकिंग वाले सेंटर्स पर एक ही चीज कॉमन देखने को मिल रही है कि ज्यादातर स्टूडेंट्स सवा तीन घंटा मिलने के बाद भी कॉपियां खाली छोड़कर आ गए हैं। वहीं गोरखपुर में कई स्कूल जहां पर बोर्ड एग्जाम हुए हैं, वे इस समय बची हुई कॉपियां जुबिली इंटर कॉलेज में जमा करा रहे हैं। उनका कहना है कि इस बार बहुत कम स्टूडेंट्स ने बी कॉपी ली है। इसलिए कॉपियां बच गई थी। जिसे आज जमा कराया जा रहा हैं।
बुधवार को DIOS ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया एक-एक कर सभी सेंटर पर इंस्पेक्शन करने पहुंचे। जुबिली इंटर कॉलेज में जहां पर इवैल्यूशन चल रहा था, वहां जाकर DIOS ने तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से भी बात की। इवैल्यूशन में लगे टीचर्स को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। गोरखपुर में 23 अप्रैल से कॉपियों का इवैल्यूशन शुरू हुआ। 2 मई तक सभी का इवैल्यूशन पूरा करना है। अभी जांच की स्पीड धीरे चल रही है। जुबिली के प्रिंसिपल नंद प्रसाद यादव ने बताया कि इंटर के साइंस के टीचर्स जिले के बाहर के स्कूलों में प्रैक्टिकल कराने गए हैं। 27 अप्रैल तक उनकी ड्यूटी प्रैक्टिकल कराने की है। इस वजह से इंटर साइंस की कॉपियां अभी नहीं चेक हो पा रही हैं। उनके आने के बाद इवैल्यूशन भी बढ़ जाएगा।
ऑनलाइन क्लास से कम हो गई बच्चों की लिखने की क्षमता
जुबिली इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल नंद प्रसाद यादव ने बताया कि कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास चलने की वजह से बच्चों की लिखने की क्षमता कम हो गई है। इस वजह से अधिकत्तर बच्चे इस बार एग्जाम में कॉपियां नहीं भर पाए हैं। जबकि एमएसआई इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल जफर अहमद का कहना है कि बच्चों ने आंसर तो अच्छे से लिखा है। लेकिन अधिकत्तर बच्चे कॉपियां नहीं भर पाए हैं। कहीं ना कहीं ऑनलाइन पढ़ाई की वजह से लिखने की क्षमता में कमी आई है।