गर्मी में बांट रहे गुड़-मूंगफली की चक्क, खतरे में प्रदेश के 12 जिलों के 21 लाख बच्चों का स्वास्थ्य

 

शिक्षा विभाग की ओर से इस भीषण गर्मी में गर्म तासीर के कारण नुकसानदायक गुड़-मृूंगफली की चक्की मिड-डे मील प्राेजेक्ट तहत 12 जिलाें में पहली से 8वीं तक के सरकारी स्कूलों के 21 लाख बच्चों में पोषण स्तर बढ़ाने के लिए बांटी जा रही है।

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं की गुड़-मूूंगफली की तासीर गर्म होती है। यह गर्मी में रोगकारक है, जबकि केंद्र व राज्य सरकार स्टूडेंट्स में कुपाेषण दूर करने के नाम पर यह वितरण करवा रही है। इसे खाने से बच्चे उल्टी-दस्त से पीड़ित होने लगे हैं। केंद्र सरकार ने एस्पिरेशन डिस्ट्रिक्ट एवं राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की सर्वे रिपाेर्ट के तहत प्रदेश के जैसलमेर, धाैलपुर, बारां, कराैली, बांसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद और डूंगरपुर और हाड़ाैती के बूंदी, बारां और झालावाड़ सहित 12 जिलों का चयन किया है।

मिड-डे मील तहत काॅनफैड द्वारा कक्षा एक से 5वीं के लिए एक किलोग्राम एवं कक्षा 6 से 8वीं के लिए 1 किलाे 500 ग्राम इस चक्की के पैकेट जिलेवार बांटे जा रहे हैं। इन्हें डाेर स्टेप के तहत सप्लाई दिया जाना है। राजस्थान राज्य सरकारी उपभाेक्ता संघ लिमिटेड की ओर से यह चक्की खरीदने की स्वीकृति जारी की है।

  • राज्य सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुसार इनका वितरण किया जा रहा है। – पुरुषाेत्तम माहेश्वरी, डीईओ प्रारंभिक मुख्यालय एवं मिड-डे मिल प्रभारी झालावाड़
  • यह याेजना केंद्र और राज्य सरकार की है। केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश के एस्पिरेशन डिस्ट्रिक्ट एवं राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की सर्वे रिपाेर्ट में प्रदेश के 12 जिलाें काे इसमें शामिल किया है। प्राेसिजर में डिले हाेने से यह समस्या हुई है। – आशीष व्यास, एडीशनल डायरेक्टर मिड-डे मील जयपुर
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