उत्तर प्रदेश के बरेली में पत्नी के नौकरी नहीं छोड़ने पर भड़के शौहर ने उसको तलाक देकर बच्चों समेत घर से निकल दिया। इतना ही नहीं वह दरगाह से तीन तलाक का फतवा भी जारी करवा लाया। वहीं, जब सुलह की नौबत आई तो उसने महिला के सामने बड़े भाई से हलाला करने की शर्त रखी। पीड़िता ने बारादरी पुलिस से शिकायत की है।
बारादरी थानाक्षेत्र की महिला ने बताया कि उसकी शादी 1995 में हुई थी। उसके तीन बेटे और एक बेटी है। बेटी अक्सर बीमार रहती है। वहीं, पति शराब और जुआ में अपनी कमाई उड़ा देता है। घर चलाने के लिये रुपये मांगने पर मारपीट कर जान से मारने की धमकी देता है। आर्थिक तंगी के चलते बच्चे भूखे रहने लगे।
महिला से जब बच्चों की तड़प और लाचारी नहीं देखी गई तो वह एक हॉस्पिटल में साफ-सफाई का काम करने लगी। फरवरी में पति काम करने के लिये मेरठ चला गया। दो माह बाद वापस बरेली आया। 18 अप्रैल को महिला हॉस्पिटल में काम करने जा रही थी। पति ने उससे नौकरी छोड़ने को कहा।
इस पर महिला ने कहा कि घर का खर्चा कैसे चलेगा। इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। महिला का आरोप है कि पति ने उसे तलाक देने के साथ मारपीट कर बच्चों समेत घर से निकाल दिया। महिला का आरोप है कि पति जेठ से हलाला करने का दबाव बना रहा है। इंस्पेक्टर बारादरी नीरज सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
पीड़िता ने फरहत नकवी से की शिकायत
महिला ने मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी से शिकायत की है। फरहत नकवी ने इंस्पेक्टर बारादरी से मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून बनने के बाद भी महिलाओं को त्वरित न्याय नहीं मिल रहा है।