गौवंशों के लिए जन सहयोग से एकत्र किया जाए भूसा: डीएम – अस्थाई शेड बनाकर फोटोग्राफ उपलब्ध कराने के बीडीओ को निर्देश – अमृत सरोवर योजना के तहत चिन्हित तालाबों का शुरू कराएं कार्य
फतेहपुर। अमृत सरोवर योजना सहित गौशालाआंे में गौवंशों की सुविधाओं के बाबत शनिवार को बैठक लेते हुए जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने कहा कि गौवंशों के लिए जन सहयोग से भी भूसा एकत्र किया जाए। दान भूसा के लिए अस्थाई शेड बनाकर फोटोग्राफ उपलब्ध कराने के निर्देश बीडीओ को दिए। उन्होने अमृत सरोवर योजना के तहत चिन्हित तालाबों का कार्य शुरू कराए जाने की भी हिदायत दी।
कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में गौवंशो के लिए भूसा, हरा चारा, पशुआहार, पानी आदि की व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए। प्रधान, ब्लॉक प्रमुख, बड़े पशु पालक, ईंट भट्ठा व्यापार संघ, पेट्रोल पम्प संचालकों, बड़े कृषकों एवं जनप्रतिनिधियों से भूसा गौशालाओं को दान कराने हेतु आह्वान करें। पशुओं के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए सतत निगरानी रखते हुए टीकाकरण, पोषण आदि का ध्यान रखा जाए। जिन गौशालाओ में गौवंशो के गोबर से लट्ठे बनाए जा रहे हैं उनकी मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार किया जाए। वर्मी कम्पोस्ट खाद जिन गौशालाओ में बनाई जा रही है वहाँ प्लेटफार्म तैयार करने के साथ ही जिन स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए हैं उनका स्टीकर पैकेट में लगवाकर बिक्री कराएं। अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत जो तालाब चिन्हित किये गए है जीर्णाेद्धार/पुनर्जीवित करने के लिए कार्य योजना बनाकर कार्य प्रारंभ किया जाए। जिसमें मूल रूप से सरोवर के आस-पास वृक्ष, बैठने की व्यवस्था, वाकिंग पार्क आदि से सुसज्जित किया जाए। जनपद में 62 खेल के मैदान निर्मित किए गए हैं उसमें क्षेत्रफल के अनुसार वृक्ष, खेलकूद संबंधित उपकरण लगाए जाएं। उप जिलाधिकारियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्येक विकास खंड में 05-05 खेल के मैदान बनाने के लिए भूमि का चिंहांकन ऐसे स्थानों पर किया जाए जो आबादी के समीप और बड़ी ग्राम पंचायते हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में दस मॉडल स्कूल बनाये जाने हैं उनका चिन्हांकन करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए। मॉडल स्कूलों में सभी सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए कार्य योजना भी तैयार की जाए। ससुर खदेरी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए खुदाई के कार्य में तेजी लाए, जो श्रमदान से नदी में खुदाई में किया जाना है उसमें जो सहयोग की आवश्यकता है उसकी तैयारी पहले से कराकर रखें। जिससे श्रमदान करने में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश, उप जिलाधिकारी सदर, बिंदकी, खागा, परियोजना निदेशक डीआरडीए एमपी चौबे, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आरडी अहिरवार, डीसी मनरेगा अशोक कुमार गुप्ता, डीडीएजी राममिलन सिंह परिहार, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सहित एडीओ पंचायत व संबंधित उपस्थित रहे।