बड़ौदा ग्रामीण बैंक के कर्मचारी दूसरे दिन भी रहे हड़ताल पर

फतेहपुर। न्यूज़ वाणी नफीस जाफ़री यूनाइटेड फोरम आॅफ आरआरबी यूनियन्स के आवाहन पर तेरह सूत्रीय मांगों को लेकर बड़ौदा व ग्रामीण बैंकों के कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन भी तालाबंदी कर कर्मचारियों ने काम काज ठप कर धरना प्रदर्शन करते रहे।
समान पेंशन, दैनिक भोगी व अस्थाई कर्मचारियों का नियमतीकरण किये जाने सहित तेरह सूत्रीय मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम आॅफ आरआरबी के बैनर तले क्षेत्रीय ग्रामीण एवं बड़ौदा बैंक कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन बैंक मे ताला लटका कर कर्मचारी काम काज ठप कर प्रदर्शन कर मांगों को पूरी करने की आवाज बुलंद करते रहे। वहीं बैकों मे आये उपभोक्ता ताला देख वापस घरों को लौटते रहे। आईटीआई रोड़ स्थित बडौदा बैंक मे कर्मचारियों ने हड़ताल के दूसरे दिन कहा कि लम्बे समय से तेरह सूत्रीय मांगों को लेकर आवाज बुलंद की जा रही है लेकिन इसके बावजूद सरकार मांगों पर कोई ध्यान नही दे रही है। वक्ताओं ने कहा कि अन्य बैंकों की भांति ग्रामीण व बड़ौदा बैंक के कर्मचारियों को पेंशन नही मिल रही। इतना ही नही पेंशन न मिलने के चलते बैंक कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है जबकि ग्रामीण व बड़ौदा बैंक के कर्मचारी अन्य बैंकों की भांति कार्य करते हैं। वक्ताओं ने कहा कि करीब 15 हजार दैनिक वेतनभोगी व अस्थाई कर्मचारी काम कर रहा है जिसका नियमतीकरण नही किया जा रहा। वक्ताओं ने कहा कि मांगों को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल शुरू की गयी। यदि इस पर भी मांग पूरी न हुयी तो संगठन के निर्देशानुसार आगे की रणनीति तैयार की जायेगी। बैंक कर्मचारियों ने मृतक आश्रित योजना अगस्त 2014 से आरआरबी में लागू किये जाने, छठवे वेतन समझौते में कम्प्यूटर वेतन वृद्धि आरआरबी को प्रदान किये जाने, स्थायी कर्मचारियों को वेतन व सुविधाओं में समानता प्रदान किये जाने, मित्रा कमेटी को समाप्त कर मेन पावर निर्धारण हेतु उचित नीति आरआरबी के अनुसार बनाये जाने, केन्द्रीय संगठनों को मान्यता दिये जाने, नोटबंदी के अवधि में ओवरटाइम का भुगतान किये जाने की मांग की। इस मौके पर कृष्णचन्द्र, शारदा प्रसाद यादव, सुख सागर, एसएसएल श्रीवास्तव, सीपी सिंह, कुशवाहा, विष्णु शुक्ला, रईस अहमद, संजय गुप्ता, रमेश, सतीश ओम प्रकाश आदि कर्मचारी मौजूद रहे।

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