श्रीकृष्ण के जयकारों से झूम उठे श्रोता – पापो से मुक्ति का एक मात्र साधन है भागवत कथा: कुं. भक्ति त्रिपाठी

फोटो परिचय- (8) भागवत कथा का रसपान कराती कथा वाचक कुं. भक्ति त्रिपाठी।
खागा/फतेहपुर। धाता ब्लॉक की ग्राम सभा खैरई में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक कुं. भक्ति त्रिपाठी एवं देव शरण त्रिपाठी जी महाराज ने राजा परीक्षित की कथा सुनाते हुए कहा कि परीक्षित जैसा धर्मराज की बुद्धि कलयुग के प्रभाव से जब भ्रष्ट हो गई तो आज का जीव तो सामान्य व्यक्ति है। राजा परीक्षित अपने पाप से मुक्त नहीं हुए परंतु भागवत की शरण में आने से उन्हें परम गति प्राप्ति हुई थी। श्रोतागण कथा के दौरान श्रीकृष्ण विष्णु भगवान की जयकारे लगाने लगे। जहां लोगों में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का रसपान करते हुए श्रोता भक्तिमय बने हैं। कथा के दौरान बृजेश कुमार बाजपेयी, राजेश कुमार त्रिवेदी, नीरज बाजपेई, शिव कुमार बाजपेयी, राजकुमार बाजपेयी, अनिल कुमार बाजपेयी, श्यामा बाजपेयी, प्रिया, वर्तिका, स्पर्श, आशीष कुमार बाजपेयी, ऋषि कुमार बाजपेयी, प्रशांत बाजपेयी, धीरेन्द्र कुमार बाजपेयी आदि लोग मौजूद रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.