हजरत सरवर सुल्तान शाह रह. के सालाना उर्स में उमड़े जायरीन – मशहूर कव्वाल चांद कादरी समेत अन्य कव्वालों ने बांधी समा
फतेहपुर। हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक रिंद नदी तट पर स्थित आस्ताना हज़रत सरवर सुल्तान शाह रह. का दो दिवसीय सालाना उर्स अकीदत के साथ मनाया गया। जिसमें देश प्रदेश से आए कव्वालों ने समा बांध दिया। कोरोना महामारी के कारण दो वर्षों बाद थाना बकेवर के अंतर्गत रिंद नदी तट पर स्थित आस्ताना हजरत सरवर सुल्तान शाह का दो दिवसीय सालाना उर्स मंगलवार और बुधवार की रात्रि तिलावते कुरआन पाक एवं कव्वालियों के प्रोग्राम के साथ अकीदतमंदों के बीच मनाया गया। जिसमें क़व्वाल चांद क़ादरी दिल्ली, छोटे जानी बाबू प्रयागराज, ताज क़ादरी भोपाल एवं आमिर इमरान वारसी कन्नौज के बीच ज़ोरदार कव्वालियों का मुकाबला रहा। कव्वाली प्रोग्राम प्रारंभ होने के पूर्व कार्यक्रम का आग़ाज़ तिलावते क़ुरआन पाक से किया गया। मज़ार में गागर चढ़ाकर अकीदत पेश की गई। क़व्वालों के कलामों को सुनकर अक़ीदतमंद झूमने पर मजबूर हो गए। उर्स में बच्चों एवं पुरुषों ने मेले में लगे झूलों व सर्कस का भी खूब आनन्द लिया। वहीं महिलाओं की खरीदारी से भी मीना बाजार चमकता रहा। अकीदतमंदों ने मज़ार में चादर एवं फूल चढ़ाकर विभिन्न प्रकार के मिष्ठानों पर फात़ेहा दिलवा कर अपनी-अपनी मन्नतें मानी। मन्नते पूरी होने पर बढ़ाई भी आपसी भाईचारे एवं शांतिपूर्वक समापन पर कमेटी के अध्यक्ष अच्छे ड्राइवर एवं सेक्रेटरी शमशाद व संरक्षक चेयरमैन प्रतिनिधि मोहम्मद आरिफ उर्फ गुड्डू सेठ, शेखर, आफताब, रईस फुर्रीबाज़, रिजवान मंसूरी आदि ने उर्स में शामिल लोगों का आभार व्यक्त किया। सुरक्षा की दृष्टिकोण से बिंदकी सर्किल का पुलिस बल एवं गुप्तचर विभाग की टीम चाक-चौबंद रही।