फतेहपुर। न्यूज वाणी बच्चों को संक्रमण बीमारी से बचाव के लिये मिजिल्स रूबेला का सघन टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ जिसमें बच्चों का टीकाकरण कर उन्हें प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
सोमवार को शहर के पीरनपुर स्थित नव भारती जूनियर हाईस्कूल में मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमन्त्री साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा फीता काटकर किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में सदर विधायक विक्रम सिंह ने शिरकत की। बताते चले की 9 माह से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों को खतरनाक बीमारियों से बचाव के लिये मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान की आज से शुरुआत की गयी है यह अभियान पाँच हफ्तों तक लगातार चालाया जायगा। अभियान के तहत स्वास्थ टीमो द्वारा घर घर जाकर बच्चों को चिन्हित कर टीकाकरण किया जायेगा वहीँ टीमें द्विद्यालय में कैम्प लगाकर बच्चों का टीकाकरण करेगी। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि खसरा संक्रमण बीमारी है जो की जानलेवा हो सकती है। बच्चों को बीमारी से बचाने के लिये 9 माह से 15 वर्ष की आयु के बच्चों को एमआर टीकाकरण अवश्य करवाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के लोगो को बीमारियों से मुक्त किये जाने के लिये अनेक तरह की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिससे तहत पांच सप्ताह तक चलाये जाने वाले मिजिल्स टीकाकरण अभियान में बच्चों का टीकाकरण किया जाना है उन्होंने जनपद वासियों से अपने 15 वर्ष तक के बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीकाकरण अवश्य करवाये जाने का आह्वान किया। जिलाधिकारी आंजनेय सिंह ने बताया कि मिजिल्स रूबेला से कुपोषण, दस्त, निमोनिया और दिमागी बुखार हो सकता सकता है। बुखार, शरीर पर लाल दाने, नाक बहना, आंख आना आदि इस बीमारी के लक्षण हैं। गर्भवती महिला में रूबेला संक्रमण से अजन्मे बच्चे में जन्मदोष जैसे अंधापन, बहरापन, मंदबुद्धि और दिल में सुराख जैसी भयंकर बीमारी हो सकती है। इससे बचाव हेतु टीकाकरण जरूरी है। सोमवार से प्रारम्भ होने वाला यह अभियान पांच सप्ताह तक चलेगा जिसमे टीमो द्वारा स्कूलो व घर घर जाकर बच्चों का टीकाकरण कर उन्हें प्रमाण पत्र दिया जायेगा। इस मौके पर अपर्णा गौतम, नीलिमा सिंह चैहान, विजय लक्ष्मी साहू, राम प्रताप गौतम सीएमओ डा0 उमाकान्त त्रिपाठी, एसीएमओ डा0 संजय कुमार, एमपी जौहरी, महेंद्र कुमार भारती समेत बड़ी संख्या में विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं एवं अभिभावक मौजूद रहे।