पलक झपकते ही उड़ा देते मोबाइल फोन, नये कपड़े पहनकर बन जाते थे रिश्तेदार, 200 से ज्यादा मोबाइल उड़ाए

 

मेरठ की खरखौदा थाना पुलिस ने शादी समारोह में मोबाइल उड़ाने वाले गिरोह के तीन युवकों को शुक्रवार शाम गिरफ्तार किया है। इन युवकों के पास से पुलिस ने चोरी किये गए 6 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

पूछताछ में पता चला है की तीनों युवक पिछले एक साल में 200 से ज्यादा मोबाइल, मेरठ, हापुड़, माेदीनगर व गाजियाबाद में उड़ा चुके हैं। पुलिस ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया की सीसी टीवी फुटेज से तीनों पकड़े गए हैं। जो हापुड़ के रहने वाले हैं।

शादी समारोह में मोबाइल उड़ाने की स्टाइल

पकड़े गये तीनों युवक शादाब, तैय्यब और फरमान हैं। इनमें शादाब की उम्र 30 साल है। बाकी अन्य दोनों युवकों की उम्र 20 से 21 साल है। गैंग का लीडर शादाब है। पूछताछ में शादाब ने पुलिस को बताया कि शाम के समय ब्रांडेड जिंस, नये शूज और अच्छे कपड़े पहनकर निकलते थे।

हापुड़ रोड व आसपास के इलाकों में जहां भी मंडप या अन्य स्थानों पर शादी होती थी तो पहले से ही पता चल जाती थी। की आज यहां लाइट के साथ् सजावट भी हो रही है। इससे अंदाजा लगा लेते थे कि पक्की शादी है इसमें अपना काम पूरा करना है।

नये कपड़े पहनकर शादी में समय से ही पहुंच जाते थे। दूल्हा हो या दुल्हन सभी के रिश्तेदारों के आसपास घूमते। खाना खाते और मंडप में ही अलग अलग टेबिल पर बैठ जाते। जिससे लड़की पक्ष को लगे की लड़के पक्ष के रिश्तेदार हैं। लड़की पक्ष को लगे की यह दूल्हे के रिश्तेदार होंगे।

पलक झपकते ही उड़ा देते मोबाइल फोन

शादाब व फरमान ने बताया कि अधिकांश महिला शादी समारोह में अपना पर्स संभालने के लिए मोबाइल को हाथ में लिए होती हैं। ऐसे में कई बार महिलाएं या अन्य लोग टेबिल पर मोबाइल फोन रख देते। जिसके बाद पलक झपकते ही मोबाइल को उड़ा देते और वहां से गायब हो जाते।

मंडप में घुसने की स्टाइल

पकड़े गये युवकों ने बताया की जहां शादी होती। उस मंडप या शादी समारोह स्थल में गेट के अंदर उस समय घुसते जब बारात के लोग आते। जिससे वीडियो में फोटो न आ सकें और सीसी टीवी कैमरे में चेहरा न पता चले। ऐसे स्थान को चुनते थे जहां वीडियो बनाने वाला फोटोग्राफर न हो।

शरद गैंग से जुड़े तार

पकड़े गये तीनों मोबाइल चोरों के तार इंटरनेशनल मोबाइल तस्कर शरद गैंग से जुड़ रहे हैं। यह तीनों युवक चोरी के बाद मोबाइल अलग अलग स्थानों पर 3 से 4 हजार में बेच देते थे। शरद को एक माह पहले अपने गिरोह के साथ पकड़ा था। शरद गिरी हर माह 2500 से 3000 मोबाइल फोन आईएमईआई बदलकर नेपाल, चीन और दूसरे देशों में भेजता था।

यह हैं पकड़े गये युवक

1. शादाब पुत्र नासिर निवासी पिलखुआ जिला हापुड़।

2. तैय्यब पुत्र बब्बू निवासी पिलखुआ हापुड।

3. फरमान पुत्र साहबुदीन निवासी पिलखुआ जिला हापुड़ हैं।

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