जिम्मेदारों की मनमानी से जरूरतमंदो को नही मिल रहा इज्जतघर का लाभ ।
कमीशनबाजी के चक्कर में योजना का लाभ प्रधान के चहेतों के नाम।
पात्रता वितरण में अनियमितता कर सरकारी धन का किया जा रहादुरूपयोग ।
नसीराबाद रायबरेली।एक तरफ जहॉ केन्द्र व प्रदेश की योगी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पूरे प्रदेश को ओडीएफ करने का सपना देख रही है।तो वहीं ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक में बैठे जिम्मेदार ही सरकार के सपने को धराशायी करने में कोई कसर नही छोड़ रहें है।जहॉ सरकार के हर घर शौचालय का नारा सिर्फ हवा हवाई साबित हो रहा है। वहीं देखा जाये तो शौचालय योजना के अंतर्गत वितरण व पात्रता की हकीकत ये है कि ज्यादातर ग्राम पंचायतों में पात्रता को दरकिनार कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया है। जहॉ एक ही परिवार के हर सदस्यो को शौचालय योजना का लाभ दिया गया है। तो वहीं पात्र ग्रामीण आज भी उक्त योजना से वंचित है।बतातें चलें कि छतोह ब्लॉक के अंतर्गत आलमपुर कुंवरमऊ मैदापुर कपूरपुर सिसनी भुवालपुर जगतपुर चंदाबाहीपुर लखापुर डीघा आदि ग्राम पंचायतों में सरकार की महत्वाकॉक्षी योजना शौचालय योजना दम तोड़ती नजर आ रही है।वहीं सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कुछ ग्राम पंचायतों में प्रधान व सचिव की मिलीभगत से एवं कमीशनबाजी के चक्कर में पात्रता को दरकिनार कर अपात्रों को रेवड़ियों की तरह उक्त योजना का वितरण कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया है।जहॉ कुछ लाभार्थियों द्वारा तो पैसा मिल जाने के बावजूद भी आज तक निर्माण कार्य शुरू भी नही कराया है।तो वहीं सबसे खास बात ये भी है। कि जो ग्रामीण शौचालय बनवाना चाह भी रहा है।उन जरूरतमंदो को आज तक शौचालय योजना का लाभ नही मिल पा रहा है।जबकि इस संबंध में ग्रामीणों ने ब्लॉक से लेकर जिलाधिकारी महोदय तक शिकायत भी की गयी। जहॉ उच्चाधिकारियों द्वारा जॉच कर कार्यवाही करना उचित नही समझा जा रहा है।वहीं शौचालय निर्माण करवाने वाले ग्रामीणों को जिम्मेदारों द्वारा बजट ना होने का बहाना बना कर टरका दिया जा रहा है।तो वहीं सवाल ये है उठता है कि एक तरफ जहॉ सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण में तेजी लाने को जहॉ सख्त रुख अख्तियार कर अपने मातहतों के पेंच कस रही हैं।वहीं जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा बजट ना होने रोना रोया जा रहा है। अब इसकी क्या हकीकत है। ये जिम्मेदार लोग ही जाने।वहीं इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी छतोह से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नही हो सकी।