गुरवल खदान में चल रहा अवैध खनन व ओवरलोडिंग – खनन माफिया डंफरों में ओवरलोडिंग कर लगवा रहा मौरंग का डंप – प्रशासनिक अधिकारी और बाबू सिर्फ सेटिंग में मस्त
फतेहपुर। जनपद खनन के मामले में सरकार की नजरों में काफी महत्वपूर्ण है। शायद यही कारण है कि सरकार ने जनपद में अवैध खनन और अवैध लोडिंग को रोकने के लिए टॉस्क फोर्स का गठन किया है। अवैध खनन रोकने के लिए जहां सरकार की तरफ से तमाम तरह के तरीके अपनाए जा रहे हैं वहीं जिलाधिकारी सरकार की योजना को सफल बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करके सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं लेकिन कुछ अधिकारियों और विभागीय बाबुओं की मिलीभगत ने सरकार की योजना और टास्क फोर्स को इस कदर समेट दिया है जैसे किराने की दुकान का सामान एक झोले में भरकर किसी खूंटे में टांग दिया गया हो।
शहर मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर की दूरी पर चलने वाली गुरवल खदान पूरी तरह से अवैध तरीके से चलाई जा रही है। इसमें यमुना जलधारा से भारी बूम की मशीनों से सिर्फ मौरंग ही नहीं निकाली जाती यहां यमुना की जलधारा को ही बांध दिया जाता है। खनन माफिया द्वारा यमुना नदी को बांधकर किया जाने वाला अवैध खनन और फिर उसे डंफरों में ओवरलोड करके अवैध डंप किया जाता है। खनन माफिया द्वारा एनजीटी के मानकों की लगातार धज्जियां उड़ाते हुए आए दिन सोशल मीडिया में वीडियो भी वायरल होते हैं, जिन्हें आम जनता तो देखती है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और बाबुओं को यह वीडियो नहीं दिखाई देते। इन्हें दिखाई देता है तो सिर्फ खनन माफियाओं से सेटिंग का सिस्टम और खनन माफिया के सामने नतमस्तक होकर हां-हुजुरी करना।