नई दिल्ली, भाजपा की महिला नेता और प्रवक्ता नूपुर शर्मा का क़त्ल करने पर एक करोड़ का इनाम रखा गया है। यह इनाम हैदराबाद स्थित AIMIM (इंकलाब) के एक सदस्य ने रखा है। AIMIM (इंकलाब) के सदस्य का धमकी भरा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए दिल्ली भाजपा के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने धमकी भरा वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि AIMIM ने नूपुर शर्मा पर एक करोड़ का इनाम रखा है। मैं अमित शाह जी से अनुरोध करता हूं कि वो इस आतंकी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दें। बग्गा ने जो वीडियो पोस्ट किया है कि उसमें एक शख्स नूपुर शर्मा को धमकी देता हुआ नज़र आ रहा है। धमकी देने वाले शख्स के पीछे AIMIM (इंकलाब) का पोस्टर टंगा हुआ है
धमकी भरे वीडियो में नूपुर शर्मा की हत्या पर एक करोड़ के इनाम का ऐलान करने वाले शख्स ने अपना पहचान उच्च न्यायालय के वकील के रूप में कराई है। वीडियो के अंत में वह अपना नाम कवी अब्बासी बता रहा है। वीडियो की शुरुआत में ही अब्बासी कहता है कि जैसा कि आप जानते हैं, पैगंबर मुहम्मद का अनादर करने की सजा इस्लाम में मौत है। जो कोई भी ईशनिंदा करता है, हम उसकि हत्या करने के लिए 1 करोड़ का इनाम घोषित करते हैं। हमने पहले वसीम रिजवी के लिए भी इसी तरह का ऐलान किया था । इसी वीडियो में अब्बासी आगे कह रहा है कि मैं नूपुर शर्मा के क़त्ल के लिए 1 करोड़ रुपए के इनाम का ऐलान करता हूं। इस वीडियो में वह हिंदू देवी-देवताओं पर भी अपमानजनक टिप्पणी करता नज़र आ रहा है। वीडियो में अब्बासी कह रहा है कि नूपुर शर्मा, मैं तुम्हें ये बताना चाहता हूँ कि तुम्हारी सीता माता की उम्र क्या थी, जब उन्होंने भगवान राम से शादी की थी? 6 वर्ष की थी। राजा दशरथ की कितनी पत्नियां थीं? 100 से अधिक। यदि हम तुम्हारे धर्म को उजागर करना शुरू कर दें, तो तुम सड़क पर आ जाओगे। तुम (नूपुर शर्मा) कुछ और नहीं बल्कि एक सफेदपोश वेश्या हो।
बता दें कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन TLP के समर्थकों ने उनकी हत्या पर 50 लाख रुपए के इनाम का ऐलान किया था। अब्बासी के जहरीले शब्दों और कट्टरपंथी विचारधारा को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे वो कोई भारतीय व्यक्ति नहीं, बल्कि किसी आतंकी संगठन का सदस्य है, जिसके जेहन में दूसरे धर्मों के प्रति जहर ही जहर भरा हुआ है। इस तरह की विचारधारा अगर देश में पनपने लगी तो यहाँ के हालात भी तालिबान शासित अफगानिस्तान जैसे हो जाएंगे।