न्यूज़ वाणी
डीएम के आदेशों के बाद छुट्टा पशुओं को पकडते नजर आए,नगर मजिस्ट्रेट सीओ सिटी एवं अधिशाषी अधिकारी
ब्यूरो चीफ मुन्ना बक्श
*अन्ना पशुओं के कारण आए दिन होती थीं दुर्घटनाएं- क्षेत्राधिकारी शहर, सिटी मजिस्ट्रेट सहित अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका ने दिखाई फुर्ती*
बाँदा। शहर में छुट्टा,अवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए मंडलायुक्त दिनेश कुमार की नजरें क्या टेढ़ी हुई जिलाधिकारी अनुराग पटेल तुरंत एक्शन मोड में आ गए और बांदा शहर के आवारा पशुओं को पकड़ कर गौशाला में ले जाने के लिए नगर मजिस्ट्रेट ,सीओ सिटी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बांदा तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी बांदा को काम में लगा दिया। जिलाधिकारी ने इन अधिकारियों को बुलाकर सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी सूरत में किसी भी स्थिति में शहर में छुट्टे और आवारा पशु घूमते हुए ना दिखाई दें। इन सभी आवारा छुट्टा जानवरों को जिनके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं इनको गौशालाओं में स्थापित किया जाए। उपरोक्त आदेश के अनुपालन में शहर बांदा के लगभग 100 से अधिक पशुओं को गौशाला ले जाया गया है। शाम को मुख्य बाजार और चौराहों पर सिटी मजिस्ट्रेट केशव नाथ गुप्ता के नेतृत्व में सीओ सिटी आर के सिंह और नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी बुद्धि प्रकाश तथा अन्य कर्मचारी पशुओं को पकड़ते हुए दिखाई पड़े। ये बात अलग है कि पशुओं को पकड़ने में इन अधिकारियों के चेहरे पर भय का माहौल था। ज्ञात हो कि छुट्टे आवारा पशुओं के घूमने से शहर में आम नागरिकों को परेशानी हो रही है तथा बाजार में आने वाले लोगों को कभी कभी पशु परेशान भी करते हैं । उपरोक्त का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने नगर के कर्मठ अधिकारियों को छुट्टे और आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए तैनात किया है। छुट्टे और आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अपर जिलाधिकारी फाइनेंस को नोडल अधिकारी बनाया गया है। आदेशानुसार अन्य नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में यह कार्य उप जिलाधिकारी संबंधित अधिशासी अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी के द्वारा किया जाएगा।