हाथरस के गांधी चौक घंटाघर निवासी रीता अग्रवाल की हत्या उसके अपने 22 साल के इकलौते बेटे ने की थी। पुलिस ने घटना के बाद से फरार चल रहे बेटे को गिरफ्तार कर हाईप्रोफाइल घटना का सोमवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने बताया कि शेयर मार्केट में 27 लाख रुपये गंवाने के बाद मां के तानों से तंग आकर उसने घटना को अंजाम दिया।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार वैद्य ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि विगत 23-24 मई की रात थाना कोतवाली सदर में प्रदीप कुमार गोयल पुत्र रामविलास निवासी इंडस्ट्रियल एस्टेट अलीगढ़ रोड ने अपनी साली रीता अग्रवाल पत्नी स्व. संजय अग्रवाल निवासी घंटाघर की हत्या के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला की हत्या के बाद से ही उसका पुत्र यशु लापता था। एसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद लापता पुत्र की तलाश और हत्याकांड के खुलासे के लिए टीमों का गठन किया गया था। पुलिस ने सोमवार सुबह रोडवेज बस स्टैंड के पास से लातपा यशू को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देने की बात बताई।
रुपये हारने पर की थी मां की हत्या
यशु शेयर मार्केट में लगभग 27 लाख रुपये गंवा चुका था। उसने मां के खाते से अपने मोबाइल नंबर को लिंक करा शेयर मार्केट में पैसे लगाए थे। मामले की जानकारी पर रीता अग्रवाल यशु को डांटती थी। इससे क्षुब्ध होकर मंगलवार रात यशु ने सोते समय मां के मुंह को तकिया से दबाकर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह बाहर से ताला लगाकर अपनी बाइक से निकल गया। उसने किला स्टेशन पर अपनी बाइक खड़ी कर दी और फरार हो गया। यहां से वह ट्रेन मे बैठकर गाजियाबाद गया। गाजियाबाद से मेट्रो में बैठकर कश्मीरी गेट, दिल्ली गया और बस से चंडीगढ़ होते हुए अमृतसर पुहंचा। यहां वह स्वर्ण मंदिर में दो दिन रुका। इस बीच युवक ने फेसबुक मैसेंजर से अपनी बहन से भी बात की। बहन ने लौटने को कहा तो वह लौट आया। वह सोमवार सुबह तकरीबन दस बजे रोडवेज बस स्टैंड के पास खड़ा था। तभी पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।
हाथरस के एसपी विकास कुमार वैद्य ने बताया कि शेयर बाजार में युवक करीब 27 लाख रुपये गंवा चुका था। मां की डांट फटकार से क्षुब्ध होकर उसने तकिये से मुंह दबाकर मां की हत्या कर दी और फरार हो गया। पूछताछ के दौरान आरोपी पुत्र ने हत्या की बात स्वीकार की है। उसे गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।