लखनऊ, यूपी में जल्द ही उपभोक्ताओं को 4G मीटर की सौगात मिलने वाली है. इस मीटर से सभी प्रकार की दिक्कतें दूर हो जाएंगी. उपभोक्ता परिषद की तरफ से कई बार इस मामले को उठाया गया. इसके बाद 4G मीटर को इंस्टॉल करने की अनुमति विद्युत नियामक आयोग और केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की तरफ से दी गई है. जिसके मुताबिक ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) प्रमाणपत्र का मानक पूरा करने वाला 4G मीटर होना चाहिए.
यह मीटर पूरी तरह से 4G तकनीक पर आधारित होगा. 4G प्रीपेड मीटर आपके फोन की तरह काम करेगा, जिसमें आपको पोस्टपेड प्लान लेना होगा. 4G मीटर लगने के बाद आप अपने हिसाब से यूनिट तय करके उसका रीचार्ज करवा सकते हैं. 4G प्रीपेड मीटर लगने के बाद आपको बिजली का बिल के लिए घंटों लाइन में लगने से भी छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही सरकार और उपभोक्ताओं दोनों के लिए आसान प्रक्रिया हो जाएगी.
फिलहाल इसको लेकर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की तरफ से अफसरों को तैयारी करने को कहा गया है. 1 जुलाई से उत्तर प्रदेश के 12 लाख से अधिक विद्युत उपभोक्ताओं को 4G मीटर घरों पर लगना शुरू हो सकता है. जिसके बाद आने वाले वक्त में बिजली उपभोक्ताओं को सहूलियत मिलेगी क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि मीटर रीडर ज्यादा बिजली बिल निकाल देता है और फिर उपभोक्ताओं को चक्कर लगाने पड़ते हैं.
बता दें, 4G तकनीक के मीटर लगने के साथ ही प्रदेश में बिजली चोरी की गुंजाइश भी खत्म हो जाएगी. अभी तक उपयोग में आने वाले मीटर से छेड़छाड़ संभव थी, लेकिन 4G मीटर लगने के बाद आप अपने रिचार्ज प्लान के अनुसार ही बिजली का उपयोग कर पाएंगे.