वाराणसी से एक अजब-गजब मामला सामने आया है। सिर पर सेहरा बांधे, शादी का पोशाक धारण करते हुए और गले में ‘मैं भी जिंदा हूं’ का पोस्टर लटकाएं दूल्हा शनिवार दोपहर चौबेपुर थाने पर पहुंच गया। समाधान दिवस पर शिकायतों की सुनवाई में जुटे सीओ और थानेदार के सामने अचानक दूल्हा एक प्रार्थना पत्र लेकर खड़ा हो गया और कहा कि एकल विवाह की अनुमति प्रदान की जाए।
इस वाकये से पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। प्रकरण समझने के बाद थाना प्रभारी ने एकल विवाह की अनुमित नहीं दी और दूल्हा बैरंग लौट गया। छितौनी गांव निवासी संतोष मूरत सिंह के अनुसार उसे सरकारी अभिलेखों में मुर्दा घोषित कर दिया गया है। कई बार इसकी शिकायत दर्ज कराई और प्रशासनिक अधिकारियों के यहां पत्र भी दिया लेकिन अब तक मुझे वंचित रखा गया।
इसलिए प्रेम प्राप्ति के लिए एकल विवाह करना चाहता हूं। एकल विवाद के लिए शुक्रवार को विधिवत मांगलिक रस्म हल्दी, मटमंगरा भी किया था। थानाध्यक्ष अनिल मिश्रा ने बताया कि संतोष मूरत सिंह ने हनुमान मंदिर में एकल विवाह करने की अनुमित मांगी, इस प्रकरण को लेकर अनुमति नहीं दी गई।
संतोष मूरत सिंह की कहानी