दिल्ली राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री के बेटे रोहित जोशी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने वाली युवती पर शनिवार रात को संदिग्ध केमिकल फेंकने का मामला सामने आया है। आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार थे। आरोपियों ने धमकी दी कि केस वापस नहीं लिया तो इससे भी बुरा हाल किया जाएगा। प्राथमिक उपचार के बाद युवती को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी ईशा पांडेय ने कहा कि शुरुआती जांच के बाद युवती पर नीले रंग की स्याही फेंकने की बात सामने आई है। शाहीनबाग पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
डीसीपी ईशा पांडेय ने बताया कि 11 जून को रात को पुलिस को सूचना मिली थी कि मोटरसाइकिल सवार युवकों ने कालिंदीकुंज रोड पर एक युवती के चेहरे पर कुछ संदिग्ध केमिकल फेंका गया है। आरोपी युवकों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। जान से मारने की धमकी देने के बाद बदमाश फरार हो गए।
सूचना के बाद शाहीनबाग थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शाहीनबाग थाना पुलिस ने युवती को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया।यहां पर पीड़िता का इलाज किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद युवती को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पुलिस युवती के चेहरे पर क्या फेंका गया है, इसकी जांच की जा रही है।
पीड़ित युवती ने शाहीनबाग थाना पुलिस को दिए बयान में कहा है कि वह शनिवार रात को अपनी मां के साथ घूम रही थी। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक वहां आए और उसका रास्ता रोक लिया और जान से मारने की धमकी देते हुए उसके चेहरे पर केमिकल फेंक दिया। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पीड़ित युवती ने पिछले महीने दिल्ली के सदर बाजार थाने में राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस मंत्री के बेटे की तलाश कर रही है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसे डराने के लिए हमला करवाया गया है।
युवती के चेहरे पर पदार्थ फेंकने के मामले में दिल्ली महिला आयोग सख्त
राजस्थान के मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती पर दो युवकों द्वारा कुछ पदार्थ फेंकने के मामले में दिल्ली महिला आयोग ने कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस से 15 जून तक एफआईआर की प्रति समेत कई जानकारी मांगी है। इसके अलावा उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मंत्री के बेटे को बचाने के बजाय गिरफ्तार करें।
स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को भेजे नोटिस में कहा है कि वह 15 जून तक शिकायतकर्ता पर हमले के मामले में दर्ज एफआईआर की प्रति, मामले में गिरफ्तार आरोपियों का विवरण, शिकायतकर्ता और उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम और मामले में की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
आयोग के अनुसार उसे युवती पर हमले की शिकायत मिली है। युवती ने जानकारी दी है कि वह दिल्ली में रह रही है और 11 जून की शाम वह अपनी मां के साथ कहीं जा रही थी, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उसे रोक लिया। उन्होंने उसके चेहरे पर कुछ पदार्थ फेंक दिया और उसे दुष्कर्म का मामला वापस लेने की धमकी दी। आरोपी व्यक्तियों ने उससे कहा कि वह मामला वापस ले ले, ये तो बस ट्रेलर था। इसके बाद आरोपी भाग गए।