इलाज के लिए बाबा ने बच्चे को 10 घंटे मिट्‌टी में दबाया, पढ़िए पूरा मामला

 

श्रीगंगानगर, अंधविश्वास के नाम पर बच्चों के साथ क्रूरता के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इलाज के नाम पर बच्चों के डाम लगाना और मरे हुए बच्चों को जिंदा करने के लिए नमक से ढकने के मामले सामने आ चुके हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ से। जहां बाबा ने दिव्यांग बच्चे को ठीक करने के लिए गर्दन से नीचे का सारा हिस्सा 10 घंटे तक मिट्‌टी में दबा दिया। बच्चे को मिट्‌टी में दबाने का वीडियो सामने आने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने बच्चे को बाबा के पास से छुड़ाया।

सूरतगढ़ डिप्टी शिवरतन गोदारा ने बताया कि यहां बाबा जगन्नाथ दिव्यांग बच्चे को सही करने का दावा कर उसे मिट्‌टी में दबा दिया। 14 साल के इस बच्चे का सिर से नीचे का पूरा शरीर 3 फीट तक मिट्‌टी में दबा था। रविवार रात जब कुछ युवक NH-62 हाईवे से पिपेरण गांव निकल रहे थे तो इस बच्चे पर नजर पड़ी।

युवकों ने बच्चे का वीडियो बना लिया। वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर शेयर हुआ तो मामला पुलिस तक पहुंचा। बच्चे को मिट्‌टी से बाहर निकाल हॉस्पिटल ले जाया गया। बच्चा अभी स्वस्थ है। उसका मेडिकल भी करवा दिया गया है। सामने आया कि बच्चा बचपन से ही दिव्यांग है। मां-बाप ने इलाज के लिए उसे यहां छोड़ा था।

 

बच्चे के परिजनों को भी थाने बुलाया गया है। हालांकि अभी तक इसको लेकर कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। हैरानी की बात यह है कि यह बच्चा पिछले 8 महीने से बाबा के पास ही था। इतनी गर्मी में वह बच्चे को कई घंटे इसी हाल में भी रखता था।

हर जगह मिली निराशा तब बाबा के पास छोड़ा

बच्चे के पिता दिनेश ने बताया कि 17 वर्ष साल पहले उसकी शादी हुई थी। उसके एक लड़का और एक लड़की है। दोनों बच्चे बचपन से ही दिव्यांग है। बच्चों के इलाज के लिए दिल्ली, गुरुग्राम, हिसार, अंबाला, जोधपुर सहित कई जगह ले गया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। बच्चे के मामा को किसी ने बाबा के बारे में बताया। इसके बाद बच्चे को लेकर वो बाबा के पास आए और इलाज के लिए उसे छोड़ दिया। दिनेश का दावा है कि बाबा के पास छोड़ने के बाद उसके शरीर में काफी आराम है।

 

बच्चा बोला सांस नहीं ले पा रहा हूं

परिजनों ने बताया कि बच्चा सही हो जाए, इसलिए बाबा के पास छोड़ दिया था। बाबा के यहां पहुंचे युवकों ने जब बच्चे को इस हालात में देखा तो उससे बातचीत की। युवकों ने पूछा कि वह सांस ले पा रहा है तो उसने बताया कि उसे परेशानी हो रही है। ढंग से सांस नहीं ले पा रहा है। बच्चा मिट्‌टी से सना था और कुछ खा भी रहा था। इतना ही नहीं यह भी बताया कि उसे 8 से 10 घंटे तक इसी हाल में रखा जाता है। इधर, परिजन यह दावा कर रहे हैं कि बाबा पहले से चार से पांच बच्चों को ठीक कर चुका है।

15 साल से सूरतगढ़ में है बाबा

बाबा हरियाणा का रहने वाला है। 1992 से खड़े रहकर तपस्या कर रहा है। बाबा अभी वर्तमान में NH-62 पर सूरतगढ़ उपखंड के नेशनल हाईवे पर गांव पिपेरण के पास 2007 से तपस्या कर रहा है। दावा करते हैं कि वह ऐसे कई बच्चों को सही कर चुके हैं।

 

बीसीएमएचओ बोले- बच्चे को मिट्टी में दबाना हो सकता है खतरनाक

सूरतगढ़ बीसीएमएचओ डॉ.मनोज अग्रवाल ने बताया कि बच्चा जन्म से ही दिव्यांग है। बाबा का दावा है कि वो फिजियोथैरेपी (बच्चे को मिट्टी में दबा कर) और मालिश कर बच्चे का इलाज कर रहा था, लेकिन मेडिकल टर्म में यह सही नहीं है। इतने ज्यादा तापमान में बच्चे की हालत बिगड़ सकती है।

 

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