मां ने अपने आशिक के साथ मिलकर ली बेटे की जान, सुई चुभोकर, लकड़ी के फट्टे और एक्सटेंशन केबल से की गई हत्या
इंग्लैंड के वेस्ट योर्कशायर प्रांत में एक मां ने अपने आशिक के साथ मिलकर अपने ही नाबालिग बेटे की जान ले ली। दोनों आरोपियों ने लकड़ी के फट्टे, सुई चुभाकर और एक्सटेंशन केबल की मदद से वारदात को अंजाम दिया। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। मामला कोर्ट में है।
अरोपी मां अग्निएजस्का कलिनोवस्का (35) और उसका प्रेमी एंड्रजेज लाटोसजेव्स्की (36) पहले तो अपराध कबूल नहीं कर रहे थे, फिर जांच के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने वेस्ट योर्कशायर के हड्डर्सफील्ड स्थित घर से सीसीटीवी कैमरे जब्त किए। इन कैमरों को कथित तौर पर मृतक सेबेस्टियन पर दूर से नजर रखने और नियंत्रण करने के लिए लगाया गया था।
क्या था मामला
लीड्स क्राउन कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद मालूम हुआ कि पिछले साल अगस्त में सेबेस्टियन कलिनोवस्की (15) के साथ हफ्तों तक क्रूरता और दुर्व्यवहार किया गया। इसका नतीजा यह रहा कि किशोर की पसलियों में कई फ्रैक्चर आ गए। समय पर इलाज न मिलने की वजह से हुए संक्रमण के कारण उसकी मौत हुई।
मृतक पोलैंड से आने के बाद एक साल से यूके में अपनी मां अग्निएजस्का कलिनोवस्का और उसके प्रेमी एंड्रजेज लातोसजेवस्की के साथ रह रहा था।
अभियोक्ता पीटर क्यूसी ने अदालत को बताया कि नए साल की पूर्व संध्या पर प्रतिवादियों का रवैया सेबेस्टियन के प्रति बदलने लगा था। वे उसे अपने बीच एक बाधा समझते। आरोपी मृतक की छोटी-छोटी गलतियों के लिए भी क्रूर सजा देते। समय के साथ-साथ ये सजा और भयानक होती गई।
हफ्तों तक क्यों दी गई यातना
पीटर का कहना है कि सेबेस्टियन को जानबूझकर सभी से छुपाकर रखा गया या फिर उसके साथ की गई हिंसा की वजह से दूसरों के सामने नहीं आने दिया गया।
ऐसा मालूम होता है कि सेबस्टियन को सजा इसलिए दी गई होगी, क्योंकि वह खाना खाते समय बेडरूम के फर्श पर गिरा देता था या केवल रात में ही शौचालय जाता था। इस घटनाक्रम से समझा जा सकता है कि दोनों आरोपी सेबेस्टियन को सबक सिखाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने हफ्तों तक उसके साथ क्रूरता की।
कोर्ट को टीचिंग स्टाफ ने बताया कि सेबेस्टियन शांत, अच्छा व्यवहार करने वाला बच्चा था, लेकिन धीरे-धीरे उदास दिखने लगा।
वकील पीटर ने आरोपी मां के दोस्त की बात का हवाला देते हुए बताया कि शुरुआती समय में कलिनोवस्का अपने बेटे को अपने पास देखकर खुश थी, लेकिन यह खुशी सिर्फ दिखावा थी।
ढाई घंटे बेहोश रहा बच्चा
पीटर ने अदालत को बताया कि 13 अगस्त को लैटोसजेव्स्की ने आपातकालीन सेवाओं को बुलाया था क्योंकि सेबेस्टियन करीब ढाई घंटे तक बेहोश था। लैटोसजेव्स्की ने अदालत को बताया कि उसने सेबेस्टियन का सिर पानी में डूबा देखा था।
कोर्ट को बताया गया कि जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि किशोर के नितंब, माथा, जबड़ा, पेट, हाथ और पैर समेत पसलियों में फ्रैक्चर के निशान देखे गए। मृतक के साथ की गई क्रूरता सीसीटीवी में कैद हो गई। पुलिस ने उन वीडियो, वॉइस नोट्स और चैट्स को भी जब्त किया है जिनमें सेबेस्टियन के साथ ज्यादती को दिखाया गया है।