बूथ सशक्तिकरण अभियान में साध्वी ने कार्यकर्ताओं में भरा जोश – नमामि गंगे के संयोजक ने केंद्रीय राज्यमंत्री को चांदी का मुकुट पहनाकर किया सम्मानित
फतेहपुर। बूथ सशक्तिकरण अभियान के तहत भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम का आयोजन आज लाल बहादुर शास्त्री बालिका इंटर कॉलेज बूथ-पनी में नमामि गंगे के जिला संयोजक शैलेंद्र शरण सिंपल के नेतृत्व में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में केंद्रीय राज्यमंत्री व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति रही। कार्यक्रम में नमामि गंगे के जिला संयोजक शैलेंद्र शरन सिंपल ने मुख्य अतिथि को चांदी का मुकुट व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे बूथ सशक्तिकरण अभियान कार्यक्रम में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को जन जन तक एवं बूथ स्तर तक पहुंचाने की योजना के अंतर्गत ऐसे आयोजन पूरे देश में चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर के कार्यकर्ता अभी से अपने-अपने बूथों में जाकर केंद्र सरकार के इस अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार की मंत्री के साथ जनपद की सांसद होने के कारण अपने दायित्व का निर्वहन कर रही हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री ने बूथ प्रमुख कार्यकर्ताओं को माला पहनाकर सम्मानित किया। बूथ सशक्तिकरण अभियान के प्रभारी राम प्रताप सिंह गौतम ने बूथ पदाधिकारियों का हौसला बढ़ाते हुए आगामी कार्य योजना बताई। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का जेल पर्यवेक्षक विपिन बिहारी शरण ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ भाजपा नेता रामप्रकाश गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजपा के जिला महामंत्री पुष्पराज पटेल, नीरज सिंह, जिला उपाध्यक्ष अपर्णा सिंह गौतम व वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय महासचिव विनोद कुमार गुप्त, गायत्री परिसर से डा. आरपी दीक्षित, गिरधारी लाल गुप्त, सुभाष श्रीवास्तव, व्यापार मंडल के प्रमोद गुप्ता, वीरेंद्र साहू, शोभा सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के फैजान रिज़वी, किशनपुर से भाजपा नेता रमेश अग्रवाल, गुड्डन जायसवाल, विद्याकांत मिश्रा, रमाकांत गुप्त, सत्येंद्र अग्रहरि, गुड्डन मोदनवाल, हीरालाल श्रीवास्तव, जय प्रकाश सिद्धराज, रघुवीर सिंह लोधी, मनोज सोनी, विवेक श्रीवास्तव, राकेश कुमार रावण, हरी चौरसिया, गिरजाशंकर श्रीवास्तव, मुकुट बिहारी शरण, जवाहर लाल जायसवाल, सुरेंद्र पाठक, अमिताभ बिहारी शरण, आदि रहे।