फतेहपुर। केंद्र सरकार की सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध में चल रहे प्रदर्शन को लेकर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह के दिशा-निर्देशन में जिले के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी बल तैनात हैं। जो संदिग्धों पर निगाह रख रहा है। इतना ही नहीं संदिग्धों से पूछताछ कर कार्रवाई भी की जा रही है। एसपी का कहना रहा कि किसी भी सूरत में जिले का माहौल बिगड़ना नहीं चाहिए।
सेनाभर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के प्रदर्शन की आशंका पर शहर के चौराहों पर जगह-जगह ख़ाकी की तैनाती है। रेलवे स्टेशन परिसर व बाहर भी भारी पुलिस बल तैनात रहा। अन्य जगह प्रदर्शन में रेलवे स्टेशन मुख्य बिंदु होने पर आरपीएफ व जीआरपी थाना प्रभारियो से मुस्तैदी बरतने का निर्देश दिया गया। स्टेशन परिसर के बाहर से लेकर चौराहों पर भारी पुलिस बल तैनात है। सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए उप जिलाधिकारी सदर व सीओ सिटी डीसी मिश्रा लगातार भ्रमण भी कर रहे हैं। सेना भर्ती के लिए जारी किए गए नए नियम अग्निपथ के ज़रिए चार वर्षों की सेवाओं के लिए अग्निवीरों की भर्ती की जाने की घोषणा के बाद से बिहार से शुरू हुए अग्निपथ आंदोलन ने न केवल पूरे बिहार को चपेट में लिया बल्कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश समेत लगभग एक दर्जन प्रदेश में आंदोलन चल रहा है। उपद्रव की आंच से यूपी के कई जनपद भी बच नही सके। केंद्र सरकार में अग्निपथ योजना के नियम में आयु में दो वर्ष की छूट देते हुए 23 वर्ष करके उपद्रवियों की एक मांग मांन लेने के बाद भी उपद्रव शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच केंद्र सरकार उपद्रवियों से देश की सम्पत्ति को बर्बाद न करके शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील कर रही है। युवाओं के उपद्रव व हिंसक घटनाओं को देखते हुए शासन जनपद की स्थिति पर लगातार नज़र बनाए हुए है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह लगातार मातहतों को सुरक्षा में किसी तरह की ढिलाई न बरतने के निर्देश भी दे रहे हैं। एसपी के निर्देशन में पूरा दिन जिले के कोने-कोने में पुलिस बल की तैनाती रही। हालांकि जिले में अभी तक किसी तरह की कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ी है।