न्यूज़ वाणी
बांदा जिला अस्पताल बना दलालों का अड्डा,प्राइवेट एम्बुलेंस चूस रहे गरीबों का खून
मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ ।
बाँदा। योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में लगी हुई है वही जिलाअस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से प्राइवेट एम्बुलेंस संचालक सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था मे बट्टा लगाने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहें है । गरीब मजदूर तपके के मरीजों को गुमराह कर रेफर करवाकर किसी प्राइवेट अस्पताल मे भर्ती कराकर हजारों लाखों का इलाज करवाकर फिर उसी पैसे का बंदरबाॅट करते है । जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था मे व्यवधान पैदा करने वाले बेलगाम एम्बुलेंस संचालकों पर आखिर कोई अधिकारी/कर्मचारी ध्यान क्यों नहीं दे रहा है क्या ओ भी अपनी रोटी सेंकने जुटे हैं ।बाँदा के जिला अस्पताल में प्राइवेट एम्बुलेंस के दलालों के तांडव भी देखने को मिलता है और मुख्यमंत्री के आदेशों को पलीता लगा रहे हैं इलाज कराने गांव व शहर वासियों से रेफर के नाम पर तीमारदारों पर दबाव बनाया जाता है । तीमारदारों को मौत होने का दिखाते हैं डर रिफ़र के नाम पर प्राइवेट एंबुलेंस से कराया जाता है कानपुर और लखनऊ में भर्ती मरीज के इलाज में खर्च हुए रुपये के बने बिल का40% प्रतिशत कमीशन एम्बुलेंस वालों को मिलता है। बांदा जिला अस्पताल में डॉक्टरों के इर्द-गिर्द भटकते रहते हैं 24 घंटे दलाल पुलिस अधीक्षक आवास के ठीक सामने दर्जनों एंबुलेंस खड़ी रहती है रोज आखिर किस की सहय पर पनप रहे दलालआखिर क्यों नहीं होती इन एंबुलेंस दलालों के ऊपर कारवाई सूत्रों की माने तो डॉक्टर से लगाकर संबंधित अधिकारियों तक को देते हैं कमीशन कई बार मरीजो और तीमारदारों से एम्बुलेंस चालको व उनके दलालो से दबाव बनाने पर मारपीट का भी मामला सामने आया है।