बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उध्दघाटन को तैयार 16 को प्रधानमंत्री मोदी करेंगे लोकार्पण 

न्यूज़ वाणी

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उध्दघाटन को तैयार 16 को प्रधानमंत्री मोदी करेंगे लोकार्पण 

मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ

बाँदा। प्रधानमंत्री 16 को लोकार्पण करेंगे अपने निर्धारित समय से आठ महीने पहले ही बन कर तैयार और बुंदेलखंड के विकास को समर्पित बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उद्घाटन के लिए तैयार है। उद्घाटन के लिए तैयार है बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, 16 को प्रधानमंत्री करेंगे लोकार्पण
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने जालौन पहुंच कर तैयारियों का किया निरीक्षण
नन्दी बोले, पिछली सरकारों ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को समझा पत्थर, हमने तरास कर बनाया हीरा अपने निर्धारित समय से आठ महीने पहले ही बन कर तैयार और बुंदेलखंड के विकास को समर्पित बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उद्घाटन के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई को न सिर्फ इसका उद्घाटन करेंगे बल्कि उत्तर प्रदेश के पांचवे एक्सप्रेसवे को राज्य की जनता को समर्पित करेंगे।बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन को लेकर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने मंगलवार को जालौन के कैथेरी टोल प्लाजा पर पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही एक्सप्रेसवे का निरीक्षण कर उद्घाटन स्थल पर जाकर अधिकारियों को समारोह को भव्य से भव्यतम बनाने का निर्देश दिया।एक्सप्रेसवे के जरिये तरक्की के सोपान हासिल करेगा बुंदेलखंड । मंत्री नन्दी ने कहा कि पिछली सरकारों ने जिस बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को पत्थर समझ कर उपेक्षित रखा था, उसको प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ पूरा किया, बल्कि तराश कर हीरा बनाया है। उन्होंने कहा कि कल का उपेक्षित बुंदेलखंड अब एक्सप्रेसवे के जरिये तरक्की के सोपान को हासिल करेगा और आगे बढ़ेगा। बुंदेलखंड क्षेत्र और उत्तर प्रदेश की विकास या़त्रा में एक नया अध्याय जोड़ेगा।
नन्दी ने कहा कि 29 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने चित्रकूट की धरती पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण की नींव रखी थी। अब उन्हीं के हाथों इस एक्सप्रेसवे का लोकार्पण होने जा रहा है, जो हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि आज उद्यमी इस बुंदेलखंड क्षेत्र में निवेश के लिए उत्सुक हैं, क्योंकि एक्सप्रेसवे के संचालित होते ही यह क्षेत्र प्रदेश व देश की राजधानी से जुड़ जाएगा। ऐसे में और अधिक पैमाने पर निवेश आकर्षित होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। निरीक्षण एवं तैयारियों की समीक्षा बैठक में मंत्री नन्दी के साथ प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सीईओ यूपीडा अवनीश अवस्थी और अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारीगण भी मौजूद रहे।
प्रत्येक बस में तैनात रहेंगे चार सरकारी कर्मचारी
उद्घाटन समारोह के साथ ही जालौन में आयोजित प्रधानमंत्री की जनसभा की तैयारियों के बारे में मंत्री नन्दी ने बताया गया कि उद्घाटन समारोह में जो भी लोग आएंगे, जिन्हें आमंत्रित किया जाएगा, सभी का कोरोना से बचाव के लिए रैपिड टेस्ट होगा। जो भी बसें रैली के लिए आएंगी वे ग्राम पंचायत में ही पार्क होंगी। लोगों के नाश्ते और भोजन की व्यवस्था बस में ही की जाएगी। प्रत्येक बस में एक होमगार्ड, एक रोजगार सेवक, एक सफाई कर्मी एवं एक आंगनबाड़ी कार्यक़र्त्री समेत कुल चार सरकारी कर्मचारी प्रत्येक बस में रहेंगे।
1500 बसों से आएंगे करीब एक लाख से अधिक लोग
बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि समारोह में महिलाओं के साथ छोटे-छोटे बच्चे न आएं। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए 1500 बसें लगाई गई हैं। जिनका रूट चार्ट बनाया गया है। सभी के लिए समय निर्धारित किया गया है, ताकि जाम न लगे। पूरी व्यवस्था के कोआर्डिनेशन के लिए अधिकारियों की संयुक्त ब्रिफिंग डीएम करेंगे। यही नहीं, टै्रफिक व्यवस्था के लिए अलग कंट्रोल रूम स्थापित होगा।
चितेरी कला से की जाएगी पंडाल की सजावट
निर्णय लिया गया कि चितेरी कला से पूरे पंडाल में सजावट की जाएगी, ताकि पंडाल में मौजूद लोगों के साथ ही प्रधानमंत्री व सभी अतिथियों को बूंदेलखंडी माटी और संस्कृति की मौजूदगी का अहसास हो। निर्णय लिया गया कि उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री को ओडीओपी का हैंडमेड सामान भेंट किया जाएगा। बताया गया कि 296 किलोमीटर लम्बे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा जालौन जनपद में है।
इनर एरिया हाईवे रहेगा सील
रूट प्लानिंग पर चर्चा करते हुए बताया गया कि प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान इनर एरिया हाईवे सील रहेगा। ट्रायल लैंडिंग चकेरी के सहयोग से कराई जाएगी, फिर प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग होगी।
एक लाख लोगों के लिए बनाए जा रहे 104 ब्लॉक
समारोह में करीब एक लाख लोगों के आने की उम्मीद है, जिसके लिए 104 ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। मीडिया को अलग से कॉरीडोर देकर फर्स्ट लाइन तक लाया जाएगा। इस पर मंत्री नन्दी ने मीडिया को किनारे से हटा कर बीचों बीच बैठाने के निर्देष दिए। कहा गया कि सभी बसें एक्सप्रेसवे पर ही पार्क कराई जाएंगी। यही नहीं, कोंच के पास से झांसी वाले बड़े वाहन डायवर्ट किए जाएंगे।
एक्सप्रेसवे का अवलोकन कर रिमोट से उद्घाटन करेंगे पीएम
मंत्री नन्दी ने बताया कि प्रधानमंत्री जीप में सवार होकर एक्सप्रेसवे का अवलोकन करेंगे। डिजिटल गैलरी का अवलोकन करेंगे। मंच पर आने के बाद प्रधानमंत्री रिमोट से एक्सप्रेसवे के शिलापट्ट का लोकार्पण करेंगे साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश व बुंदेलखंड की जनता को समर्पित करेंगे।
पौधरोपण भी करेंगे प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद पौधरोपण भी करेंगे। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में 10-10 मीटर की दूरी पर पीपल, बरगद और पाकड़ के पौधे लगाए जाएंगे, जो आगे जाकर पौधे से छायादार वृक्ष बन सकें। मंत्री ने बताया कि जिन-जिन स्थानों से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जा रहा है, उन स्थानों के मशहूर सांस्कृतिक चित्र साइन बोर्ड पर लगाए जाएंगे।
29 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री ने किया था बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास।
296 किलोमीटर लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे महज 28 महीनों में ही बनकर हो गया तैयार।
36 महीनों का लक्ष्य तय किया गया था बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए।
1,132 करोड़ रुपये की बचत इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में की गई है।
चार लेन में बने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को आगे छह लेन तक बढ़ाने की योजना है।
यह एक्सप्रेस-वे राज्य के सात जिलों को जोड़ता है, जिसमें 13 इंटरचेंज प्वाइंट होंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से इटावा के पास जुड़ेगा, जिससे दिल्ली-एनसीआर के साथ लखनऊ वालों को भी बुंदेलखंड तक सीधा रूट मिल जाएगा।
’बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे राज्य में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर की सफलता के लिए भी बेहद अहम है।
बांदा और जालौन जिले में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए काम भी शुरू हो चुका है।
चित्रकूट में यह एक्सप्रेस राष्ट्रीय राजमार्ग 35 पर खत्म हो रहा है, जो झांसी को प्रयागराज से जोड़ता है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे यूपी का पांचवां एक्सप्रेस-वे होगा। इससे पहले राज्य में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे, ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे, फिर 302 किलोमीटर लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ने वाला 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे।
छठवें एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी काम तेजी चल रहा है।

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