सोशल मीडिया पर आजकल फैशन, ब्यूटी, पेरेंटिंग समेत कई तरह के विषयों पर वीडियो बनाई जा रही हैं। वहीं, वजन कम करने के लिए कई तरह की डाइट भी मौजूद हैं। आप ब्यूटी या फैशन के टिप्स भले ही अपनाएं लेकिन डाइट फॉलो करने से पहले डाइटीशियन से जरूर सलाह लें। नहीं तो यह आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है।
दरअसल आजकल यू-ट्यूब और इंस्टाग्राम पर सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर हेल्दी डाइट पर कंटेंट बना रहे हैं। लेकिन जरूरी नहीं कि यह डाइट हर किसी को सूट करे।
सोशल मीडिया के डाइट प्लान ना करें फॉलो
आजकल फेसबुक-इंस्टाग्राम की रील हो या यूट्यूब पर वीडियो, ज्यादातर कंटेंट डाइट पर होता है। कोरोना के बाद से लोग खानपान को लेकर सतर्क हो गए हैं। आजकल डाइट ऐप भी बहुत आ गए हैं। लेकिन अगर आप भी किसी वीडियो या रील को देखकर नई डाइट अपना रहे हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि जो डाइटीशियन होते हैं वह कभी भी सभी को एक तरह का डाइट प्लान नहीं बताते। सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर मार्केटिंग में बेहद अच्छे होते हैं। कई बार वह पेड प्रमोशन भी करते हैं।
इस बारे में दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल की डाइटीशियन सतनाम कौर ने बताया कि ज्यादातर इन्फ्लूएंसर अपने डाइट के अनुभव से वीडियो बनाते हैं। उस वीडियो को देखने वाले को भी वही डाइट सूट करे, ये जरूरी नहीं। सोशल मीडिया पर बताई गई डाइट आपके मेटाबोलिज्म और हार्मोन का बैलेंस बिगाड़ सकती है। इसलिए उन्हें सुने जरूर लेकिन अमल में ना लाएं।
खाली पेट रहना और वर्कआउट करना बिगाड़ सकता है सेहत
डाइटीशियन मिताली मिश्रा ने बताया कि आज कल सोशल मीडिया पर वजन कम करने के कई तरह के टिप्स दिए जाते हैं। जैसे 14-15 घंटे की फास्टिंग। इसमें सुबह कुछ ना खाने को कहा जाता है। लेकिन नाश्ता छोड़ने से आप पूरे दिन थका महसूस कर सकते हैं। मूड भी खराब रहता है। वहीं कुछ लोग खाली पेट एक्सरसाइज करते हैं। जो गलत है। वर्कआउट करने से मसल्स के टिशू टूटते हैं जो ग्लूकोज में बदलते हैं। अगर वर्कआउट से 1 घंटा पहले कुछ हल्का ना खाया जाए तो बेहोशी आ सकती है। इससे पहले थोड़े बादाम या सेब खा सकते हैं।
वहीं, कई लोग डाइट से कार्बोहाइड्रेट्स को निकाल देते हैं लेकिन यह शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसी से बॉडी में एनर्जी रहती है। वहीं, कुछ वीडियो पूरे दिन केवल प्रोटीन शेक लेने को बोलते है। इस तरह के शेक सुबह या दोपहर में पीने ठीक हैं। इसके अलावा अगर कोई सिर्फ जूस या सूप ले रहा है तो उनका ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। कई सूप में सोडियम ज्यादा होता है।
कम समय में ज्यादा वजन कम करना पड़ सकता है भारी
क्रैश, फैशन या फैड डाइड से कम समय में ज्यादा वेट कम होता है। ये तमाम डाइट थोड़े समय के लिए ठीक है लेकिन ज्यादा लंबी चले तो शरीर को सारे पोषण नहीं मिलते। इससे सेहत को खतरा है। शरीर को विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट्स, पानी नमक समेत सारी चीजें चाहिए होती हैं। फैड डाइट दिमाग को गलत सिग्नल देती हैं। इससे डिप्रेशन तक हो सकता है। कई डाइट फैट को तो कुछ कार्बोहाइड्रेट्स को छोड़ने को बोलती हैं। कुछ सिर्फ फ्रूट या प्रोटीन या लिक्विड डाइट की सलाह देते हैं। कुछ वीडियो कीटो या वीगन डाइट लेने को कहती हैं लेकिन यह आपके शरीर में कई चीजों की कमी कर सकती है। सबसे ज्यादा इससे शरीर में बी कॉम्प्लेक्स कम हो जाता है। जिससे मुंह में छाले निकल जाते हैं। हार्मोन बैलेंस नहीं रहते।
पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं
डाइटीशियन सतनाम कौर ने बताया जो डाइट सिर्फ प्रोटीन लेने को कहती हैं, उससे किडनी, लिवर फेल हो सकता है। इससे इंसान की जान तक जा सकती है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर कम होगा। बेहोश आ सकती है। अगर लंबे समय तक इस तरह की डाइट ली जाए तो पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। उन्हें पीसीओडी, पीसीओएस, डिप्रेशन, एंग्जाइटी हो सकती है।
प्रोटीन कम लेने से सिरदर्द रहता है। शरीर में नमक की कमी आ सकती है। वहीं, फ्रूट डाइट से बाकी पोषक तत्व कम हो सकते हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह से मल्टी विटामिन साथ में जरूर खाएं। क्रैश डाइट से अगर किसी भी अंग पर असर पड़ेगा तो इंसान अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठ सकता है।
तो क्या कोई खास डाइट नहीं खानी चाहिए?
ऐसा नहीं है। हर इंसान का शरीर अलग होता है। अगर किसी को वजन कम करना हो तो डाइटीशियन उनकी लंबाई, वजन, फैमिली हिस्ट्री, बीमारी, लाइफ स्टाइल, क्या काम करता है, क्या सूट करता है, यह सब देखकर डाइट प्लान देता है। एक सामान्य व्यक्ति को सब कुछ खाना चाहिए लेकिन सही मात्रा में। लोगों को भ्रम रहता है कि कार्बोहाइड्रेट्स से वजन बढ़ाता है जबकि आप इसमें क्या खा रहे, वह निर्भर करता है। मल्टीग्रेन आटा या चावल खाना ठीक है लेकिन अगर आप मैदा, चीनी, पैकेट बंद जूस, ब्रेड, पिज्जा, पास्ता जैसे कार्बोहाइड्रेट्स ले रहे है तो यह गलत है। अगर कोई बीमारी ना हो तो इंसान को सभी रंग की सब्जी, मौसमी फल, दूध जरूर पीना चाहिए। आजकल लोग बादाम मिल्क पीते हैं लेकिन गाय, भैंस का दूध बेस्ट होता है। अगर बुजुर्ग हैं तो उन्हें डबल टोन्ड, जवान लोगों को टोन्ड और बच्चों को फुल क्रीम दूध पीना चाहिए। 1 घंटे रोज एक्सरसाइज भी जरूरी है।
सेलिब्रेटीज की लाइफस्टाइल ना करें फॉलो
सेलिब्रिटीज और सामान्य आदमी की जिंदगी बेहद अलग होती हैं। वह लोग शो बिज से ताल्लुक रखते हैं। फिल्मों के लिए उन्हें वजन कम या बढ़ाना पड़ता है। ऐसे में वह वीगन, कीटो समेत कई डाइट लेते हैं लेकिन कम समय के लिए। ताकि बॉडी रोल के हिसाब से दिखे। उनके साथ उनके पर्सनल हेल्थ एक्सपर्ट होते हैं जो उनकी डाइट, वर्कआउट सबका ध्यान रखते हैं। ऐसे में सेलिब्रिटीज को देखकर डाइट करना खुद के शरीर के साथ खिलवाड़ करना होगा।