लोहिया संस्थान के अस्पताल ब्लॉक में शनिवार से मरीजों को मुफ्त दवाएं नहीं मिलेंगी। वहीं दूसरी ओर तकनीकी खामियां दूर न होने की वजह से अन्य व्यवस्था लागू नहीं हो सकी हैं। संस्थान प्रशासन का कहना है पहले चरण में मरीजों को मुफ्त दवाएं नहीं मिलेंगी। उन्हें जेनेरिक स्टोर या एचआरएफ से दवा लेनी होगी।
आगामी मंगलवार से एक रुपये के बजाय 100 रुपये का पर्चा बनेगा। जांच के लिए भी शुल्क अदा करना होगा। लोहिया संस्थान का अस्पताल में 2019 में विलय हो गया, जिसके बाद संस्थान में भर्ती होने वाले मरीजों को जांच से लेकर दवा तक का शुल्क देना होता था। जबकि अस्पताल ब्लॉक में एक रुपये के पर्चे पर मरीजों की जांच से लेकर दवा मुफ्त मिल रही थी।
शासन के आदेश के बाद लोहिया संस्थान प्रशासन ने शनिवार से हॉस्पिटल ब्लॉक में मुफ्त इलाज बंद करने का दावा किया था। लेकिन तकनीकी खामियां दूर न होने की वजह से अब पहले चरण में सिर्फ मुफ्त दवाओं पर रोक लगी है। संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह का कहना है कि पूरी व्यवस्था मंगलवार से लागू होगी। मरीजों से ओपीडी व जांच का शुल्क लिया जाएगा।
अस्पताल में अभी सॉफ्टवेयर व्यवस्था लागू नहीं
संस्थान में हॉस्पिटल इनफॉर्मेशन सिस्टम लागू है। इस सॉफ्टवेयर के तहत ओपीडी पर्चा, जांच फीस जमा हो रही है। भर्ती, डिस्चार्ज भी इसी सॉफ्टवेयर से होता है। इस व्यवस्था को हॉस्पिटल ब्लॉक में भी लागू किया जा रहा है। इसमें कुछ तकनीकी खामियां सामने आ गई हैं। संस्थान प्रशासन इसे दूर करके नई व्यवस्था जल्द लागू करेगा।
एचआरएफ के छह काउंटर बनाए गए
अस्पताल ब्लॉक में मुफ्त दवाएं मिलना बंद होने के बाद यहां मरीजों को सस्ती दवाएं मिल सकें, इसके लिए छह काउंटर बनाए गए हैं। एचआरएफ के सभी काउंटर पर मरीजों को बेहद कम दरों पर दवाएं मिलेंगी। इसके अलावा जेनेरिक स्टोर से भी मरीज दवा ले सकेंगे।