18 जुलाई को होगी मूसलाधार बारिश, लखनऊ-कानपुर समेत 24 जिलों में आज बदलेगा मौसम

 

बारिश का इंतजार कर रहे यूपी के लोगों को लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग ने बताया कि 17 जुलाई की शाम को मानसून सक्रिय होगा। 18 जुलाई को मूसलाधार बारिश होगी। इससे पहले 15 और 16 जुलाई को तेज हवाएं चलेंगी। उमस कम रहेगी।

गुरुवार की रात लखनऊ में तेज हवाएं चलीं। आसमान में बादल छाए। बूंदाबांदी भी हुई, लेकिन कुछ ही देर में बादल छंट गए। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, शुक्रवार को प्रदेश के 24 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं।

सीएम योगी ने की सूखे के संकट की समीक्षा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की शाम 75 जिलों में हुई बारिश और फसलों की समीक्षा की। अफसरों ने बताया कि यूपी के अधिकतर जिलों में बारिश औसत से बेहद कम करीब 38 फीसदी हुई है। इसका असर फसलों की बुआई पर पड़ रहा है। सीएम ने कहा, ”सभी परिस्थितियों के लिए कार्ययोजना तैयार करें। किसानों को सही जानकारी दी जाए।”

शुक्रवार को 24 जिलों में हल्की से मध्य बारिश के आसार
मौसम विभाग ने प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अयोध्या, गोंडा, बाराबंकी, अमेठी, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, कानपुर नगर और देहात, औरैया, कन्नौज, बलिया, देवरिया, मऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन में हल्की बारिश की संभावना जताई है।

इसके अलावा उन्नाव, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, लखनऊ, फतेहपुर में मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है।

13 जुलाई तक सिर्फ 38 फीसदी बारिश
दरअसल, हर साल जुलाई के महीने में अब तक राज्य में समान्य वर्षा 199 मिलीमीटर होती है। मगर, इस साल अब तक सिर्फ 76.6 मिलीमीटर ही बारिश हुई है, जो करीब 38 फीसदी है। इस लिहाज से सामान्य से लगभग 62% कम बारिश हुई है। इसी वजह से यूपी के अधिकतर इलाकों में सूखे के हालात है।

यूपी के 19 जिले सूखे की कगार पर
उत्तर-प्रदेश के 19 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से कम 40% से 60% तक ही बारिश दर्ज की गई है। आगरा ​​​​​​,​ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है।

कम वर्षा से फसलों की बुआई हुई बेहद कम
कम बारिश की वजह से खरीफ फसलों की बुआई भी प्रभावित हुई है। खरीफ अभियान 2022-23 के तहत 13 जुलाई की तक प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर बुआई का टारगेट होता है। इस साल अभी तक 42.41 लाख हेक्टेयर की बुआई हो सकी है। यह टारगेट का महज 44.16% ही है। इसमें 45% हिस्सा अकेले धान की बुआई का है। पिछले साल 13 जुलाई तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि पर बुआई हो चुकी थी।

आषाढ़ में बारिश न होने का छह साल का रिकॉर्ड टूटा
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें, तो मानसून के आने के बाद आषाढ़ यानी जुलाई में सबसे कम बारिश हुई है। 6 साल पहले 2016 में आषाढ़ माह में सबसे कम बारिश हुई थी। आषाढ़ माह के 15 दिन में 77 मिलीमीटर ही बारिश रिकॉर्ड की गई।

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