सोनभद्र के बभनी इलाके में अंधविश्वास के चलते दो लड़कियों की शादी करवा दी। बभनी के एक गांव में ओझा ने मृत्यु योग का भय दिखाया तो दो लड़कियों ने आपस में शादी रचा ली। शादी में न सिर्फ सभी रस्में निभाई गईं बल्कि बस्तीवालों को दावत भी दी गई। परिजनों का कहना है कि दोनों लड़कियां बालिग हैं और उनके होने वाले पतियों को मृत्यु योग से बचाने के लिए शादी का टोटका किया गया है। जानकारी होने पर आदिवासी पंचायत ने अंधविश्वासी दोनों परिवारों पर दंड भी लगाया है।
गांव में पिछले सोमवार की रात में परिजनों की मौजूदगी में दो कन्याओं ने आपस में शादी रचाई। दूल्हा बनी लड़की बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंची और विधि विधान से विवाह संपन्न हुआ। यही नहीं गांव के सार्वजनिक स्थल पर पूजा के बाद बारातियों को भोजन भी कराया गया। बताया जा रहा है कि यह शादी नहीं एक टोटका था। एक ओझा ने दोनों परिवारों को डराया था कि विवाह के बाद दोनों लड़कियों के पतियों की मृत्यु हो जाएगी। ओझा की बात मानकर दोनों परिवारों ने यह रास्ता अपनाया। शादी का वीडियो शुक्रवार को वायरल होने के बाद पूरे जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।
अंधविश्वासी परिवार पर लगाया जुर्माना
दो कन्याओं के आपस में विवाह की जानकारी होने पर गांव के बैगा (आदिवासियों के पुजारी) और बिरादरी ने नाराजगी जताई। यही नहीं दोनों परिवारों पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए पंचायत की बैठक हुई। घंटों चली बैठक के बाद पंचायत ने दोनों परिवारों पर दो-दो बकरे और भात भोज का दंड लगा दिया। हालांकि फैसले को मानने से इनकार करते हुए दोनों परिवारों ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटियों के सुख के लिए यह कदम उठाया है।