अधिवक्ता की गिरफ़्तारी पर पुलिस कर्मियों से अभद्रता, दरोगा को पीटा – हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद दोनों पक्षों में हुआ समझौता
फतेहपुर। कई माह से मुकदमे में वांछित अधिवक्ता को हिरासत में लेकर न्यायालय पेश करने गए पुलिस कर्मी व अधिवक्ता के साथी आपस मे भिड़ गए। काफी जद्दोजहद के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों के मध्य बार एसोसिएशन व पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में समझौता होने के बाद विवाद शांत हुए और अधिवक्ता को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायालय के आदेश पर ज़मानत दे दी गई।
जानकारी के अनुसार खागा निवासी मो इसराइल अधिवक्ता हैं। खागा कोतवाली क्षेत्र में लंबित वाद में नाम सम्मिलित होने के बाद कई माह से पुलिस को उनकी तलाश थी। कई माह से फरार रहने के बाद खागा पुलिस ने उन्हें शुक्रवार को हिरासत में लेकर शनिवार को न्यायालय पेश करने लाई थी। अधिवक्ता की गलत तरीके से गिरफ्तारी होने से कचेहरी स्थित अधिवक्ताओं को लगी तो वह आक्रोशित हो उठे। पुलिस कर्मी हिरासत में लिए गए दरोगा को पेश करने के लिए ले जाने लगे तभी गेट पर अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों में तू-तू, मैं-मैं होने लगी देखते ही देखते कचेहरी परिसर में अन्य वकील भी आ गए और अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों में धक्का मुक्की होने लगी। वरिष्ठ अधिवक्ताओं के हस्तक्षेप से किसी तरह दोनों पक्षों को अलग किया गया। अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की में दरोगा राजीव सिंह को हल्की चोट लगी है। अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों के बीच बवाल की जानकारी मिलते ही कचहरी परिसर छावनी में बदल गया। देखते ही देखते कोतवाली व कई चौकियों की फोर्स के अलावा आस पास के थानाध्यक्षों को भी मौके पर भेजा गया। वहीं दरोगा के साथ हुई अभद्रता की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक राजेंश कुमार सिंह व सीओ थरियांव ने मौके पर पहुंचकर जायज़ा लिया। इस बीच पुलिस के आला अधिकारियों एवं वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ बैठक कर समझौते को लेकर बातचीत चलती रही। काफी देर जद्दोजहद के बाद पुलिस हिरासत में लिए गए अधिवक्ता को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायालय ने बेल पर रिहा कर दिया।