कानपुर के गोविंद नगर में पिता की हत्या करने वाला आरोपी बेटा तीन माह से हत्या की योजना बना रहा था। वह पिता के अलावा मां और नाना की भी हत्या करना चाहता था। इसका खुलासा आरोपी से पूछताछ के दौरान हुआ। साथ ही थाने में हवालात के अंदर वह पूरी रात मानसिक विक्षिप्त की तरह बहकी-बहकी बातें करता रहा।
मंगलवार को पुलिस ने आरोपी बेटे को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मूलरूप से कानपुर देहात के रठिगांव गजनेर निवासी जीत कुमार शुक्ला उर्फ गोरे गोविंद नगर के गुजैनी सी ब्लाक स्थित ससुराल में परिवार के साथ रहते थे। सोमवार तडक़े उनके बेटे निखिल ने लोहे की रॉड मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपी अपनी मां सुमन और नाना राम भरोसे अवस्थी पर जानलेवा हमला किया। शोर-शराबा सुनकर परिजनों ने बीच-बचाव कर किसी तरह उन दोनों को बचाया।
साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी निखिल को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि वह नशे का लती था। उसकी नशे की लत को छुड़ाने के लिए परिजनों ने उस पर बाहर निकलने के लिए पाबंदी लगा रखी थी।
साथ ही उसका मोबाइल छीन लिया था। जिससे वह अपने दोस्तों से संपर्क कर नशे का सामान नहीं मंगा सके। जिस कारण बीते तीन माह से वह परिजनों की हत्या की योजना बना रहा था।
वह पिता के साथ मां और नाना की भी हत्या करना चाहता था। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी नशे का लती होने के कारण मानसिक रूप से बीमार प्रतीत हो रहा है।
वह पूरी रात थाने में उल्टी सीधी बातें कर रहा था। जैसे सबको मरना है, सबको जाना है। यहां रहकर कोई फायदा नहीं है।
आपको बता दें कि कानपुर के गुजैनी-सी ब्लॉक में सोमवार तड़के नशेबाज युवक ने अपने पिता के सिर पर लोहे की सरिया मारकर बेहोश कर दिया, फिर चाकू से गला रेत दिया। उसके बाद अपनी मां और नाना के सिर पर भी सरिया मारकर घायल कर दिया। वारदात को अंजाम देकर वह मौके से भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने केस दर्ज कर करीब छह घंटे बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।