25 साल मृत बच्चों की आइडेंटिटी का इस्तेमाल कर  दंपती को किया गिरफ्तार

 

 

अमेरिका के हवाई से पुलिस ने एक दंपती को गिरफ्तार किया है। दोनों पर जासूसी और सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप हैं। चौंकाने वाली बात तो ये है कि इस कपल का नाम रूस की स्पाई एजेंसी KGB के साथ जुड़ रहा है। दोनों ही फेक आइडेंटिटी के साथ पिछले 25 सालों से अमेरिका में रह रहे थे।

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, US डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर वॉल्टर प्रीमरोज और उनकी पत्नी ग्विन मॉरिसन मृत बच्चों का नाम इस्तेमाल करके अमेरिका में रह रहे थे। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने के बाद उनके घर में छानबीन की।

घर से फेक डॉक्युमेंट्स मिले
ऑफिसर ने कहा- हमें घर से कई डॉक्युमेंट्स और पासपोर्ट्स मिले हैं। इनमें से कई फेक हैं। इन्वेस्टिगेशन से पता चला है कि वॉल्टर और ग्विन 70 के दशक में टेक्सास में साथ पढ़ते थे। दोनों ने 1980 में शादी कर ली थी। 1987 में दंपती ने बॉबी फोर्ट और जूली मोंटेग्यू की आइडेंटिटी ले ली। 1988 में इन्हें नामों से दोबारा शादी की रजिस्ट्री करवाई।

सालों पहले मर चुके बच्चों का नाम इस्तेमाल कर रहा था दंपती
पुलिस अधिकारी ने कहा- हमने दोनों फर्जी नामों के बारे में जानकारी जुटाई। हमें पता चला कि बॉबी फोर्ट और जूली मोंटेग्यू नाम के 2 बच्चों की मौत 1968 में हो चुकी थी। दोनों बच्चों की ग्रेव वॉल्टर-ग्विन के घर के पास बने कब्रिस्तान में ही थी। वहां से ही दंपती ने नाम चुराए।

दंपती KGB से जुड़े होने के संकेत मिले
अधिकारी ने बताया- दंपती ने बॉबी फोर्ट और जूली मोंटेग्यू के नाम से कई डॉक्युमेंट्स बनवाए थे। इसमें उनका ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट शामिल था। फेक डॉक्युमेंट्स देकर ही वॉल्टर प्रिमरोज को डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर की जॉब मिली थी। उसके पास मिलिट्री का सिक्रेट सिक्योरिटी क्लियरेंस भी था।
उन्होंने कहा- हमें छानबीन के दौरान घर से दंपती की एक फोटो मिली है। इसमें दोनों ने रूसी स्पाई एजेंसी KGB की यूनिफॉर्म में दिख रहे हैं। हम फिलहाल ये नहीं कह सकते की दोनों KGB एजेंट्स थे। हालांकि मामले की जांच की जा रही है।
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