झांसी में एक पति ने सिर्फ इसलिए जिंदगी खत्म कर ली। क्योंकि उसकी पत्नी को मायके वाले विदा कराकर घर ले गए थे। पति की मर्जी के बगैर पत्नी के विदा होने के बाद उसने शराब पी। फिर घर के पास कुआं में कूद गया। जब तक युवक को कुआं से बाहर निकाला गया, तब तक देर हो चुकी थी। झांसी मेडिकल कॉलेज में उसका शव रखा गया है।
मायके वालों को एक बार लौटाया, फिर पिता के कहने पर माना
झांसी के पूंछ इलाके के खकल गांव में मुन्नालाल का बेटा बृजेश रहता है। 5 भाई-बहनों में बृजेश सबसे छोटा था। ताऊ ओम प्रकाश ने बताया,”बृजेश की शादी 1 जून को अर्चना से हुई थी। शादी के बाद अर्चना को मायका विदा करना था। मगर बृजेश तैयार नहीं था। मायके वाले विदाई के लिए आए, लेकिन बृजेश ने उन्हें वापस भेज दिया। अर्चना ने भी उससे कहा, लेकिन वो नहीं माना।” ताऊ के अनुसार,”रविवार को अर्चना को लेने के लिए उसके पिता आए थे। बृजेश ने फिर से भेजने के लिए मना कर दिया। बृजेश के पिता मुन्नालाल ने समझाया कि भेज दो, कुछ दिन बाद बुला लेंगे। मगर बृजेश तैयार नहीं था। काफी देर बाद बृजेश ने कह दिया कि ठीक है, ले जाओ।” इसके बाद अर्चना पिता के साथ मायके के लिए रवाना हो गई। बृजेश इस विदाई से नाराज था। इसलिए उसने पहले शराब पी। फिर उसने घर के पास बने कुआं में जाकर छलांग लगा दी।
4 लड़कों ने आवाज सुनी, इसलिए सुसाइड सामने आया
कुआं के पास एक पान वाले की दुकान है। वहां गांव के 4 लड़के बैठे थे। कुआं में गिरने की आवाज सुनकर सभी वहां पहुंचे। कुआं में लोहे का कांटा डाला गया। बृजेश का शव फंसकर बाहर आ गया। पुलिस ने शव को बाहर निकाला। अर्चना और उसके पिता को सूचना दी गई। मगर वो लोग सोमवार तक नहीं पहुंचे थे।