उधार दिए पैसे मांगने पर शिक्षिका को 6 साल के बेटे के सामने पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाया 

 

जयपुर में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। जमवारामगढ़ स्थित रायसर गांव में एक शिक्षिका को बीच बाजार पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया गया। वह भी इसलिए कि महिला ने बदमाशों से उधार दिए ढाई लाख रुपए वापस मांगे थे। घटना 10 अगस्त को हुई। मंगलवार देर रात एसएमएस हॉस्पिटल में शिक्षिका की मौत हाे गई। इसके बाद वारदात का वीडियो वायरल हुआ है। शिक्षिका अनिता के पति ताराचंद ने बताया कि उन्होंने परिचित सुनील को ढाई लाख रु. उधार दिए थे। वह रकम लौटा नहीं रहा था।

मांगने पर गाली-गलौज व मारपीट करता था। थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 10 अगस्त को अनिता अपने 6 साल के बेटे राजवीर को साथ लेकर वीणा मैमोरियल स्कूल में पढ़ाने जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में कुछ लोगों ने घेरकर हमला कर दिया। अनिता खुद को बचाने के लिए पास ही कालूराम के मकान में घुसी। यहां से 100 नंबर पर दो बार पुलिस को हमले की सूचना दी। दो किमी दूर ही रायसर थाना है। इसके बावजूद पुलिस 20 मिनट बाद पहुंची। तब तक बदमाशों ने अनिता को आग के हवाले कर दिया।

वह मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे। अनिता 70% तक झुलस गई। उसे गंभीर हालत में एसएमएस में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान मंगलवार देर रात अनिता ने दम तोड़ दिया। इधर, पुलिस ने अनिता के 12 अगस्त के बयान के आधार पर केस दर्ज किया है।

पहले भी मारपीट करते थे आरोपी, 3 बार रिपोर्ट दी थी
बुधवार दोपहर बाद शव रायसर पहुंचा तो परिजनों सहित अन्य लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। इस दौरान मौके पर मौजूद एडिशनल एसपी धर्मेद्र यादव ने लोगों से समझाइश की और आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। मामले की जांच एडि. एसपी महिला उत्पीड़न भवानी सिंह को सौंपी है। अनिता के पति के अनुसार, आरोपी पहले भी पैसे मांगने पर मारपीट और गाली-गलौज करते थे।

तीन बार रिपोर्ट भी दर्ज कराई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, एसपी मनीष अग्रवाल बोले- पहले दर्ज हुए केस चालान पेश किया जा चुका है। अब हुई घटना के संबंध में पर्चा बयान के आधार के मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया है।

थाना प्रभारी समेत अन्य पर संरक्षण देने का आरोप
पुलिस के अनुसार दोनों पक्ष आपस में परिचित हैं। लेनदेन का विवाद था। पीड़ित पक्ष की तरफ से दो बार केस दर्ज करवाए जा चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चालान पेश कर दिया।पीड़ित पक्ष ने 12 अगस्त को भी जयपुर में पुलिस मुख्यालय में डीजीपी से मिलकर रायसर थाना प्रभारी रामधन सांडीवाल, एएसआई कबूलसिंह, पुलिसकर्मी विनोद गुर्जर पर बदमाशों को शरण देने का आरोप लगाया था।

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