चीन में कोरोना लगातार बढ़ रहा है। इसी बीच अब मछलियों और केकड़ों का भी कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि PPE किट पहने डॉक्टर्स मछलियों और केकड़ों का स्वाब टेस्ट कर रहे हैं। वहीं 5 मिलियन से ज्यादा लोगों को भी टेस्टिंग के लिए कहा है। हालांकि, जब कोरोना की शुरुआत हुई तो दावे किए जा रहे थे कि वुहान के सी फूड मार्केट से यह महामारी फैल रही है।
जीवित जानवरों पर किए जा रहे प्रयोग
कोरोना की शुरुआत से ही दुनिया में एक और दावा किया जा रहा था। वुहान की लैब में जैनेटिक इंजीनियरिंग की मदद से 1,000 से ज्यादा जानवरों के जीन बदल दिए गए हैं। इन जानवारों में बंदर और खरगोश भी शामिल हैं।
वुहान से ही पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैला था। चीन में लंबे समय तक रहे ब्रिटिश पत्रकार जैस्पर बेकर ने चीनी मीडिया में प्रकाशित कई लेखों के हवाले से एक रिपोर्ट जारी की थी।
जानवरों को लगाए गए वायरस के इंजेक्शन
इसमें कहा गया था कि चीन की लेब में जानवरों को वायरस के इंजेक्शन लगाए गए। ताकि उनके जीन बदल जाएं। वैज्ञानिकों ने आशंका जताई थी कि इंजेक्शन में इस्तेमाल की गई सामग्री के कारण कोरोना वायरस फैला। बताया जाता है कि चीन अपने लेब में ऐसे प्रयोग भी करा रहा था, जो अन्य देशों में प्रतिबंधित हैं। यहां तक कि वे इंसानों पर भी प्रयोग कर रहे थे। जबकि कई देशों में ऐसे प्रयोग अनैतिक माने जाते हैं।