चार साल के बच्चे को जिंदा करने के लिए 40 घंटे चला भजन-कीर्तिन और भंडारा, 20 दिन पहले हुई थी मौत
अकेले बेटे को खोने वाली ऋतु पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। वह अपने कलेजे के टुकड़े को भूला नहीं पा रही थी। करीब पांच दिन पहले ऋतु का बड़ा भाई मुनेश कॉल अपनी बहन से मिलने के लिए आया था। मुनेश ने अपनी बहन ऋतु को बताया कि उसके सपने में कुलदेवी आई थीं। मुनेश ने अपनी बहन को बताया कि कुलदेवी ने कहा था कि भजन-कीर्तिन करने से तेरा भांजा जिंद हो जाएगा। कब्र की मिट्टी लेकर मंदिर आकर पूजा पाठ करो।
मां की जगी ममता और मंदिर में किए गए भजन कीर्तिन
भाई की बात सुनकर ऋतु ने सपने की बात अपने ससुराल पक्ष के लोगों की बताई तो वो तैयार हो गए। परिवार वाले भीटी गांव से बक्क्षेरा स्थित शारदा देवी मंदिर पहुंचे। सपने में बताई गई कब्र की मिट्टी भी साथ ले गए। एक पुतला बनाकर और मूर्ति के सामने टोकरी में कब्र की मिट्टी को रखा गया। भीटी गांव से करीब 20 से 25 लोग मंदिर गए थे। यहां ढोल-मंजीरों की धुन पर भजन कीर्तिन किया गया। करीब 40 घंटे चले भजन-कीर्तिन के जरिए बच्चे को जिंदा करने की बात आस-पास आग की तरह फैल गई। जिसके बाद यहां अन्य ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। हालांकि, उनके हाथ निराशा ही लगी।