किसानों को नहीं मिल रही सरकारी सस्ती खाद -करोड़ों के घोटाले के बाद से बंद सभी सहकारी समितियां -बाजार में मिलावटी व ओवररेटिंग मिल रही खाद
विजयीपुर/फतेहपुर। क्षेत्र में कोआपरेटिव बैंक में करोड़ों के घोटाले के बाद से सभी सहकारी समितियां बंद चल रही हैं। जिसके बाद से क्षेत्रीय किसानों को सरकारी और सस्ती खाद मिलना सपना साबित हो रहा है। बाजारों में मिलावटी और ओवररेटिंग कर खाद मिल रही हैं।
सरकार भले ही किसानों को सरकारी और सस्ती खाद मिलने का दावा कर रही हो परंतु विजयीपुर क्षेत्र की साधन सहकारी समिति अंजना भैरव, एकडला,खेमकरनपुर खखरेरू,विजयीपुर,शाहजहांपुर सेलरहा आदि समितियां करोड़ों के घोटाले के चलते बंद पडी हैं। जहां किसानों को मिलने वाली यूरिया डीएपी खाद की सप्लाई भी रोक दी गई है। जिसके बाद से क्षेत्र के किसान सरकारी एवं सस्ती खाद के लिए सपना देख रहे हैं परंतु सरकार किसानों को सस्ती एवं सरकारी खाद मिलने का दावा कर रही हैं। किसानों ने बताया कि क्षेत्र के किशनपुर, विजयीपुर, नरैनी, खखरेरू सहित कई जगह खाद की दुकानें हैं। जहां मिलावटी व महंगे रेट में खाद तो मिल रही है परंतु फसल में ज्यादा असर नहीं हो रहा है। सरकार की ओर से 266 की मिलने वाली यूरिया मार्केट में 350 तक बिक रही है। 1300रुपए की मिलने वाली डीएपी मार्केट में 1500रुपए के पार बिक रही हैं। जिम्मेदार है कि मिलावट खोरी और कालाबाजारी पर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं। जिसका खामियाजा क्षेत्रीय किसान भुगत रहे हैं।