मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बायो फ्यूल उत्पादन को बढ़ाने और गैर पारंपरिक ऊर्जा विकल्पों को प्रोहत्सान देने के लिए नई जैव व ऊर्जा नीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हर जिले में बायोफ्यूल प्लांट स्थापना के लिए कार्ययोजना भी तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यूपी में जैव ईंधन उत्पादन का मॉडल राज्य बनाया जाएगा। वे रविवार को अपने आवास पर उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कंप्रेस्ड बायोगैस, बायोकोल, एथेनॉल और बायो डीजल जैसे जैव ऊर्जा प्रकल्पों को प्रोत्साहन के हमारे प्रयासों के सकारात्मक परिणाम रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने हर जिले में बायोफ्यूल प्लांट स्थापना का फैसला लिया है।
भविष्य की जरूरतों के लिए हमें बायोमास सप्लाई चेन का विकास करना होगा। ऊर्जा और परिवहन के क्षेत्र में जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। विद्युत उत्पादन गृहों में बायोमास पैलेट्स के उपयोग किया जाना चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि अलगे पांच वर्षों में 500 टन कंप्रेस्ड बायो गैस प्रतिदिन उत्पादन के लक्ष्य को लेकर प्रयास करें। बायोकोल, बायोडीजल और बायो एथेनॉल के लिए 2000-2000 टन प्रतिदिन के लक्ष्य को लेकर काम किया जाना चाहिए।