प्रेमिका ने पकड़े थे हाथ, सहेली ने पैर और पति ने किया चाकू से हत्या

 

 

आगरा में 22 मई को हुए प्रीती हत्याकांड में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पति, प्रेमिका और उसकी सहेली ने प्रीती की निर्मम हत्या की थी। एएसपी की जांच में सबसे पहले प्रेमिका की सहेली द्वारा चाकू मारने की बात सामने आई है। पुलिस घटनास्थल पर मिले बालों का आरोपियों के बालों से मिलान करेगी। विवेचक एएसपी सत्यनारायण के अनुसार, यह आरोपियों को सजा दिलाने में सबसे पुख्ता सबूत साबित होगा।

जानिए पूरा घटनाक्रम
बीती 22 मई की सुबह थाना न्यू आगरा के नगला हवेली में गर्भवती महिला प्रीति की लाश घर में कमरे के अंदर मिली थी। प्रीति पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। मृतका के ससुर साहब सिंह ने पुलिस को बताया था, “सुबह जब वो ऊपरी तल पर बने अपने कमरे से नीचे आए, तो मां दयावती ने बेटे उपेंद्र और बहु प्रीति में झगड़ा होने की बात बताई थी।”

इसके बाद जब पिता ने कमरे में झांककर देखा, तो प्रीति बिस्तर पर लहूलुहान पड़ी थी और बेटे के साथ दो लड़कियां कमरे में मौजूद थीं। पुलिस ने जब उपेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने जयपुर में टेक्सटाइल कंपनी में काम करने वाली अपनी प्रेमिका मोनिका और पल्लवी के साथ मिलकर हत्या करने की वारदात कबूल की थी। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया था। मामले की विवेचना एएसपी सत्यनारायण खुद कर रहे थे।

परिजनों ने दहेज हत्या का लगाया था आरोप
मृतका के पिता भूरी सिंह सिकंदरा के लोहकरेरा गांव के रहने वाले हैं। वह मेडिकल स्टोर चलाते हैं। उन्होंने बताया था, “25 वर्षीय बेटी प्रीति की शादी नगला हवेली के रहने वाले बिजली विभाग से रिटायर्ड साहब सिंह के बेटे उपेंद्र से 11 दिसंबर 2021 को की थी। दामाद पहले बिजली विभाग में ठेकेदारी करता था। लॉकडाउन के बाद से वह बेरोजगार था।”

उन्होंने आगे बताया, “शादी के बाद से ही दामाद, सास-ससुर, भाई-भाभी और नंद-नंदोई दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। इन लोगों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर बेटी की हत्या की थी।”

चाकू के 12 से ज्यादा वार किए गए थे
पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में मृतका का पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करवाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में प्रीति के शरीर पर 12 से ज्यादा वार थे। उसके एक पैर में फ्रैक्चर था और उसकी हत्या दम घुटने से होने की जानकारी हुई थी।

50 हजार के लालच में सहेली ने चलाए थे चाकू
एएसपी सत्यनारायण द्वारा दाखिल चार्जशीट के मुताबिक, विवेचना में पता चला है कि मोनिका से उपेंद्र प्यार करता था। मगर, परिजन शादी को राजी नहीं थे। इसके बाद उसकी शादी दबाव देकर प्रीति से कराई गई थी। मोनिका, उपेंद्र को पत्नी से दूर रहने को कहती थी। इसके बाद उन्होंने प्रीति की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया था।

इसके लिए उसने प्रेमिका की सहेली पल्लवी को साजिश में शामिल किया था। आर्थिक रूप से परेशान पल्लवी 50 हजार रुपए के लालच में वारदात में शामिल होने को तैयार हुई थी। रात में तीनों एक साथ उपेंद्र के घर आए थे। उपेंद्र ने प्रेमिका और उसकी सहेली को बाहर एक खाली प्लॉट में छुपा दिया था। रात में पत्नी के सोने के बाद उसने दोनों को अंदर बुलाया।

प्रीती जब सो रही थी, तब मोनिका ने उसके पैर पकड़े थे और उपेंद्र ने उसके हाथ पकड़े थे। पल्लवी ने चाकू से वार किए थे। बाद में तीनों ने मिलकर प्रीती के मुंह पर तकिया रख कर दबा दिया था। इसके बाद उपेंद्र ने चाकू लेकर खुद पर भी कई वार किए थे, ताकि बाद में हत्या को लूट की वारदात में दिखा सके। पुलिस ने मुकदमे में 302 की धारा लगाकर तीनों को जेल भेजा था।

इन सबूतों से पुलिस दिलवाएगी सजा
एएसपी सत्यनारायण के अनुसार, “हत्या में इस्तेमाल चाकू और कमरे में मिले फिंगरप्रिंट, सर्विलांस लोकेशन, आरोपियों के कपड़ों पर लगे खून और मृतका प्रीति के शव के पास मिले बाल अहम सबूत हैं। खून का मिलान करवाया जा रहा है। बालों के मिलान के लिए कोर्ट से अनुमति मिल गई है। जल्द उनके बालों के नमूने लेकर डीएनए के जरिये मिलान कराया जाएगा।”

इसके अलावा दहेज हत्या के मुकदमे की अभी जांच चल रही है। विवेचना के दौरान अगर परिजनों की संलिप्तता मिली, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.