सुप्रीम कोर्ट स्टे के बावजूद बिक रहीं बॉर्डर की जमीनें, जहां बिना परमिशन जा नहीं सकते, वहां दलाल 1 लाख में बेच रहे 1 बीघा
बाड़मेर में बॉर्डर की सुरक्षा दांव पर लगाई जा रही है। देश के सबसे संवेदनशील सरहदी इलाके में जिन जमीनों पर सुप्रीम कोर्ट का स्टे है, वे भी धड़ल्ले से बिक रहीं हैं।
16 साल पहले प्राइवेट कंपनी द्वारा बेनामी तरीके से लाखों बीघा जमीन खरीद ली गई थी। सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने ये जमीनें अपने नियंत्रण में ले ली थीं। सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी जमीनों की खरीद फरोख्त पर रोक लगा दी थी। बावजूद इसके यहां खुलेआम सौदे हो रहे हैं।
इससे भी खतरनाक बात यह है कि दलालों ने हमारे लिए 50 हजार से लेकर एक लाख रुपए प्रति बीघा वाली जमीन बिना किसी परमिशन के खरीदने की व्यवस्था कर दी।
वे दावा करते हैं- ‘जितनी चाहे जमीन ले लो, हम एक ही दिन में सारी फॉर्मेलिटीज पूरी कर आपके नाम म्यूटेशन तक भरवा देंगे। आप केवल रजिस्ट्री के समय तहसील कार्यालय में फोटो और अंगूठा लगाने आ जाना’।
यहां आम खरीदार बन कर हमने लोगों से सम्पर्क किया तो कुछ दलालों के मोबाइल नंबर हाथ लगे।
(संतुष्ट होने के बाद दलाल हमसे मिलने के लिए तैयार हुआ। उसने हमें अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित बॉर्डर एरिया में बुलाया।)
(इसके बाद तत्काल हम कार लेकर बाड़मेर शहर से भारत-पाक बॉर्डर से 3 किलोमीटर पहले स्थित गडरा गांव पहुंचे। यहां दलाल यूनुस खान हमीरानी चौराहे पर ही हमारा इंतजार कर रहा था। हमीरानी हमें नजदीक चाय की एक थड़ी पर ले गया।)
हमीरानी : यहां से थोड़ी दूर खलीफे की बावड़ी गांव में 23 बीघा जमीन बिकाऊ है। वो आप लेना चाहें, तो आज के आज में सौदा फाइनल करवाकर रजिस्ट्री करवा दूंगा।
(हमने हमीरानी को अपनी कार में बैठाया और रवाना हुए। 2 किमी चलने के बाद सड़क खत्म हो गई।)
हमीरानी : यहां से पैदल चलना है, मेरे पीछे चलो।
(करीब 2 किलोमीटर तक हम पैदल चले। इसके बाद एक जगह हमीरानी रुक गया)
हमीरानी : आपकी डिमांड के अनुसार सबसे छोटी जमीन है। सेलर तैयार है, बस आपकी हां करने की देरी है।