पूर्व IAS की पत्नी सीमा पात्रा पर आरोप है कि उसने ही अपनी मेड को दिव्यांग बना दिया। सीमा के बेटे आयुष्मान ने पुलिस को बताया कि मां ने मेड को 3 साल तक एक कमरे में बंद रखा। उसे सूरज की रोशनी तक नहीं देखने दी। उसे मारती। यूरिन को मुंह से साफ कराती। मां की लगातार बेरहमी के चलते मेड दिव्यांग हो गई।
इन सभी बातों की चर्चा उस FIR में की गई है जो विवेक बास्के ने दर्ज कराई है। दरअसल विवेक बास्के सीमा पात्रा के बेटे बेटे आयुष्मान पात्रा के मित्र हैं। उन्हें आयुष्मान ने सारी बातें बताई थीं। आयुष्मान ने उन्हें बताया था कि एक बार जब सुनीता ने बाथरूम में यूरिन किया तो उसकी मां ने उसके साथ मारपीट भी की थी।
जब आयुष्मान ने मां के इस हरकत का विरोध किया तो उसकी मां ने उसे सीआईपी (सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साईकेट्री) में एडमिट कराने की बात कही। वहां तक ले भी गई थी। बास्के ने अपनी FIR में कहा है कि सुनीता दिव्यांग हो गई और कपड़े में ही यूरिन कर दिया करती थी। बास्के ने बताया कि आयुष्मान में 2002 में बीआईटी मेसरा में उसके साथ पढ़ाई की थी और दोनों अचानक 2014 में एक शादी समारोह में मिले।
2 अगस्त 2022 को आयुष्मान ने बास्के को फोन किया उस समय उसकी मां मेड सुनीता को पीट रही थी। उसी समय आयुष्मान ने सारी बातें बताईं। इसके बाद सारी जानकारी जुटाकर 22 अगस्त को सीमा पात्रा के खिलाफ हर घोड़ा थाना में केस किया गया।
निलंबित भाजपा नेता सीमा 12 दिन की रिमांड पर
8 साल से नौकरानी को प्रताड़ित करने वाली रिटायर्ड IAS की पत्नी और निलंबित भाजपा नेता सीमा पात्रा को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पात्रा गिरफ्तारी के डर से फरार होने की कोशिश में थी, उससे पहले अरगोडा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पिछले दो दिनों से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने सीमा को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सीमा को 12 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है।
29 साल की एक आदिवासी दिव्यांग लड़की को रिटायर्ड IAS महेश्वर पात्रा की पत्नी ने घर में काम करने के बहाने उसे 8 साल तक कैद करके रखा था। पीड़ित का नाम सुनीता है। उसने बताया कि उसे भरपेट खाना नहीं दिया जाता था। रॉड से पीटा जाता था और गर्म तवे से जलाया जाता था। फिलहाल उसे कैद से छुड़ाकर रांची रिम्स में भर्ती कराया गया है।
इधर, सीमा पात्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए सभी आरोप झूठे हैं। मुझे फंसाया गया है। सीमा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
राज्यपाल बैस नाराज
राज्यपाल रमेश बैस ने सीमा पात्रा मामले पर संज्ञान लेते हुए अपनी नाराजगी जताई है। पुलिस की शिथिलता पर भी अपनी गंभीर चिंता जताते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक से पूछा है कि अब तक पुलिस ने दोषी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने की मुलाकात
पीड़ित आदिवासी महिला सुनीता खाखा से राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने मुलाकात की है। साथ ही उससे पूछताछ भी की है। आयोग की दो सदस्यीय टीम इस मामले में अपनी रिपोर्ट जल्द ही सबमिट करेगी। टीम में शिवानी डे और शालिनी कुमारी शामिल थीं।
घर जाने को कहती तो मारते थे मालिक
पात्रा दंपती रांची के VIP इलाके अशोक नगर में रहते हैं। पीड़ित सुनीता ने बताया कि वह गुमला की रहने वाली है। सीमा पात्रा के दो बच्चे हैं। बेटी की दिल्ली में जॉब लगी तो वह 10 साल पहले घर में काम करने दिल्ली गई। 6 साल पहले वह रांची वापस आ गई। उसे शुरू से ही प्रताड़ित किया जा रहा था। वो काम छोड़ना चाहती थी, लेकिन 8 साल से घर में बंधक बनाकर रखा गया था। घर जाने के लिए कहती तो बुरी तरह मारा-पीटा जाता था। बीमार होने पर इलाज भी नहीं कराया जाता था।
पात्रा दंपती की कैद से ऐसे निकली युवती
सुनीता ने एक दिन किसी तरह मोबाइल पर सरकारी कर्मचारी विवेक आनंद बास्के को मैसेज भेजकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में जानकारी दी। सूचना पर अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज की गई। इसके बाद रांची पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने सुनीता को रेस्क्यू किया।
‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की संयोजक रहीं सीमा
सीमा के पति महेश्वर पात्रा राज्य में आपदा प्रबंधन विभाग में सचिव रहे हैं और विकास आयुक्त के पद से रिटायर हुए हैं। सीमा भाजपा नेता भी रहीं। उन्हें पार्टी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का प्रदेश संयोजक भी बनाया था।
सीमा ने 1991 में लोकसभा चुनाव लड़ा था
1991 में सीमा पात्रा ऊर्फ पिंकी ने पलामू से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उसके अलावा यह कांग्रेस में भी लगभग 2 साल तक रही है और प्रदेश कांग्रेस में सचिव के पद पर भी थी। सीमा पात्रा फिल्मों में छोटे-मोटे रोल भी कर चुकी है। सीमा पात्रा नकली बालों की भी शौकीन है। उसे सजने संवरने और नकली बालों का भी शौक है।